SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 592
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ एवं विवदमानौ स्वः] महाभारतस्थ [एवं श्रद्धाफलं लोके एवं विवदमानौ स्वः 12. 192. 96". एवं विवर्धमानेन 13. App. 15. 2504 pr. एवं विवस्वता तात 3. 299. 17. एवं विवाहं कृत्वा ते 1. 1933*. 1 pr. एवं विश्वासमागच्छ 5. 10. 26. एवं विषादमापनां 1.744*. 5 pr. एवं विष्णुबलाक्रान्तः 5. 449*. 3 pr. एवं विस्तारसंक्षेपौ 12. 225. 16. एवं विहन्याचारेण 12. 69. 136. एवं. विहरतां तेषां 1. App. 107. 19 pr. एवं वीराङ्गरूपस्य 4. 40, 10. एवं वीर्यबलोरिसक्तैः 1. 58. 35". एवंवीर्यस्तु राजर्षिः 1. 1773*. 1 pr. एवंवीय जनिष्यसि 3. 126. 231. एवंवीर्यः सर्वधर्मोपपन्नः 12. 65. 1". एवं वीर्येण संयुक्ताः 8. 238*. 2 pr. एवंवीर्यो मणिरयं 10. 15. 30deg. एवंवृत्तसमाचारा 13. App. 15. 4593 pr. एवंवृत्तस्य राज्ञस्तु 12. App. 2. 74 pr. एवं वृत्तं दृष्टवानोऽथ कर्म 1. 1400*. 1. एवंवृत्तं सदा क्षत्रं 7. 164. 30deg. एवंवृत्तः कथं राज्ये 5. 478*. 1 pr. एवंवृत्तः प्रजा रक्षन् 12.70. 32. एवंवृत्तः प्रियैर्दारैः 12. 37. 28deg. एवंवृत्तः स राजर्षिः 1. App. 118.91A 3 pr. एवंवृत्तास्तु ये केचित् 14. 38. 10. एवंवृत्ता हि भूमिपाः 12. 58. 23. एवंवृत्तिरभून्नृपः 1. 81. 14. एवंवृत्तिर्वर्धते भूमिपालः 3. 6.21. एवं वृत्ते जगत्तस्मिन् 2. App. 16.8 pr. एवं वृत्ते विवाहे तु 4. 1175*. 1 pr. एवं वृषण्यन्धककुले 17. 1. 1". एवं वेदमनुत्साद्य 5. 43. 25*. एवं वेदविदित्याहुः 12. 262. 40deg. एवं वै परमं धर्म 2. 61. 80%. 13. 116. 21". एवं वै भाव्यमेतेन 5. 144. 24". एवं वै यतमानस्य 13. App. 15. 609 pr. एवं वैरमभूत्तस्य 3. 117. 156. एवं वै सर्वधर्मेभ्यः 12.242. 19". एवं वै संग्रहाध्यायः 1.26*. 1 pr. एवं वै सुखदुःखाभ्यां 3. 177.24". एवं वोऽस्तु विदितं कौरवेयाः 6.502*. 3. एवं व्यवसितः पार्थः 1. App. 113. 32 pr. एवं व्यवसिते लोके 12. 168.56. एवं व्यवस्थिते लोके 13. App. 15.2219 pr., 2527 pr., 2539 pr. एवं व्यवस्थितैर्नित्यं 13. App. 15. 3475 pr. एवं व्यासोऽब्रवीद्वचः 1. 1580*. 1 post. एवं व्युत्कान्तधर्मेण 9. 63. 27. एवं व्युत्थापिते धर्मे 14. 48. 250. एवं ब्युष्टिमहं प्राप्तः 13. 144. 51". एवं व्यूढान्यनीकानि 5. 152. 22*. 6. 20. 17deg. एवं व्यूढेवनीकेषु 6. 42. 1"; 48. 1"; 113. 1". एवं व्यूह महाराज 6. 77. 15". एवं ब्यूह्य महत्सैन्यं 6. 104. 10. एवं व्रतपरीतस्य 13. App. 15. 105 pr. एवंव्रतोऽस्मीति च मामवोचत् 3. 112. 139. एवं शक्रेण कौरव्य :12. 273. 600. एवं शक्रेण संप्राप्ता 12. 273. 55". एवं शतसहस्राणां 12. 201. 120. एवं शतसहस्राणि 1. 47.23%. एवं शप्तस्तव भ्राता 12. 5. 15". एवं शप्तः पुरा तेन 3. 206. 6". एवं शप्ता दिशः प्राप्ताः 13. App. 1A. 140 pr. एवं शप्तास्ततस्तेन 1. 955*. 1 pr. एवं शप्तेषु नागेषु 1. 286*. 1 pr. एवं शप्तोऽहमृषिणा 3. 206. 1". एवं शहवा ततः पुत्रः 1. 14.21". एवं शस्त्वा तु राजानं 1. 173. 20%. एवं शरशताचितः 6. 115. 500. एवं शरीरशौचेन 13. 111. 21". एवं शरीरेषु शुभाशुभेषु 12. 195. 80. एवं शल्यो विमृदितः 7. 275*. 2 pr. एवं शशाप भगवान् 1. 93. 326. एवं शस्त्रप्रतापेन 12. 5. 8. एवं शस्त्राणि मुञ्चन्तः 12. 98.7%. एवं शास्त्रेषु मिन्नेषु 3. 148. 28deg. एवंशीलसमाचारः 13. 133. 34deg, 40%. एवंशीलसमाचारान् 13. App. 14. 462 pr. एवं शुना समान्भृत्यान् 12. 119. 1". एवं शुश्राव वदतां 14.72. 136. एवं शूरौ महेष्वासौ 4. 53. 496. एवं शेषं यदि पुत्रेण ते स्यात् 3. 5. 80. एवं शोकभरां भद्रां 1. App. 114, 162 pr. एवं शौचं विधीयते 13. App. 15. 2973 post. एवं श्रद्धाफलं लोके 13. App. 15. 2578 pr. - 584 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy