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________________ एवं तत्राब्रुवन्केचित् ] श्लोकपादसूची [एवं ते ज्ञातयः सर्वे एवं तत्राब्रुवन्केचित् 3. 243. 4. एवं तत्राश्रमे तेषां 3. 279. 22". एवं तदभवद्युद्धं 5. 181. 36. 6. 60. 720. 8. 20. 32". 9.54. 1"; 56. 34(r). 14.59.35%. एवं तदमृतं तेन 1. 372*. 1 pr. एवं तदा नरव्याघ्र 1.58. 226. एवं तदा प्रयाचन्तं 13. 98. 1". एवं तदा महाराज 12. App. 29E. 323 pr. एवं तदा महावीरः 7. App. 7.2 pr. .. एवं तदा श्रीरभिभाष्यमाणा 13. 11. 5(r).. एवं तदुभयं सर्वै 13. App. 15. 2475 pr. एवं तद्राह्मणैः क्षत्रं 1. 58.8". एवं तद्यवनानीकं 7.674*. 4 pr. एवं तद्राक्षसस्याङ्गं 6. 86. 60%. एवं तया प्रतिज्ञाते 4. App. 26. 16 pr. एवं तया यथोक्तं वै 3. 68. 24. एवं तयोक्तो भगवान् 1. 57.59". एवं तयोर्महाराज 9. 49. 80. एवं तयोः प्रहरतोः 4. App. 25. 16 pr. एवं तयोः संवदतोः 6. 114. 53. 13. 103. 20. एवं तव दुरात्मानः 5. 18. 14". एवं तव प्रपश्यामि 14. 57. 150.. एवं तव प्रसादाद्वै 4. App. 61. 6 pr. एवं तव बलं राजन् 7. App. 16. 65 pr. . एवं तव बलं सर्व 6. 90. 46. एवं तव महाबाहो 3.53. 20deg. एवं तव महाराज 1. 196. 12". एवं तव वशे प्रीता 5. 15.4. एवं तव सुतादिष्टः 7. 1212*. 1 pr. एवं तवाक्षया कीर्तिः 13. 260*. 3 pr.. एवं तवोग्रं हि तपः 13. 10. 54". एवं तस्मिन्महाराज 8. 24. 7703; App. 2.82 pr. एवं तस्मै वरं दत्त्वा 13. 30. 15.. एवं तस्य गुणान्प्रीतः 8.24. 141". .. . एवं तस्य तदा बुद्धिः 3. 247*. 3 pr... एवं तस्य प्रवृत्तस्य 12.284.4deg. एवं तस्य बलं भीमं 5. App. 14. 22 pr. एवं तस्य वचः श्रुत्वा 1. App. 82. 36 pr. एवं तस्य विभोः कृत्यं 12. App. 18.54 pr. एवं तस्याग्रे पूर्वमध वदेत 13. 75. 14. एवं तस्यां तदा पार्थ 1. 165. 270. एवं तस्यै वरं दत्त्वा 1. 204. 24". 3. 281. 59". एवं तं निहतं संख्ये 7. 165. 53. एवं तं वञ्चयित्वा च 2. App. 6.55 pr. एवं तं विरथं कृत्वा 7. 114. 80deg ; App. 23. 22 pr. एवं तं विरथं दृष्ट्वा 7. 913*. 1 pr. एवं तं विरथीकृत्य 7. 915*. 1 pr. एवं तान्मनसि स्थाप्य 12. 193. 16. एवं तान्वादिनः शूरान् 9. 17. 14". एवं तान्व्याकुलीकृत्य 7. App. 16. 77 pr. एवं ता भीरु रोत्स्यन्ति 5. 80. 450. एवं तामनुनीयाहं 5. 145. 34. एवं तां क्षपयित्वा हि 12. 293.70. एवं तां दर्शयन्कृष्णः 8. 14. 59". एवं तां स महीपाल: 1. 160. 380. एवं तिलमयं देयं 13. App. 15. 3382 pr. एवं तीक्ष्णशरज्वालैः 3. App. 26. 1 pr.. एवं तीर्थोद्भवं विद्धि 13. App. 15. 3104 pr. एवं तीव्रतपाश्चाहं 13. 42. 226. एवं तु काम नगरं प्रविश्य 4. App. 57. 15. एवं तु कृतमिच्छामि 3. 148. 3". एवं तु तिमिरीभूते 12. App. 28. 92 pr. एवं तु तीर्थप्रवरं पृथिव्यां 9. 34. 37. एवं तु पितृमिः प्रोक्ते 13. App. 14. 160A 13 pr. एवं तु बुवतस्तस्य 3. 11. 28". एवं तु मनसा राजन् 7. 117. 60". एवं तु यद्भवेद्भरि 14. App. 4. 236 pr. .. एवं तु राज्ञः प्रथमः समागमः 4. 180*. 157. एवं तु वचनं श्रुत्वा 12. 151. 50. 13. 31. 50"... एवं तु वर्तमानस्य 12. 141. 140. एवं तु विलपन्ती सा 3. 60. 176. एवं तु विविधा वाचः 9. 30. 680. एवं तुष्टास्ततः सर्वे 13. App. 14. 500 pr. एवं तुष्टो भविष्यामि 3. 148. 4". एवं तु संविदं कृत्वा 10. 16*. 6 pr.. एवं तु सूक्ष्मे कथिते 3. 203. 1". एवं तु सौबलं सैन्यं 6. 403*. 1 pr. एवं तृष्णा तु नारीणां 1. 1189*. 3 pr. एवं ते कथितं राजन् I. App. 42. 25 pr.App. 81. 103 pr. एवं ते कथितं वीर 1. App. 54. 13 pr. एवं ते कथितं सर्व 13. App. 15. 2462 pr. एवं ते कथिताम्येव 13. App. 15. 3358 pr.. एवं ते कार्यसंप्रीतिः 12. 522*. 1 pr. एवं ते क्षत्रिया राजन् 12.29. 9. एवं ते जीवितं दद्यां 3. 256. 11. 4. App. 32. 15 pr. एवं ते ज्ञातयः सर्वे 2. 55.7 -573 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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