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________________ एमिर्मया निहन्तव्या] महाभारतस्थ [एवमभ्यधिक शल्यात् एभिर्मया निहन्तव्या 12. 337. 36deg. एभियुद्धे तर्तुमिच्छस्यरीस्तु 8. 49. 85. एभिर्वायुगुणैः सह 12. 177. 38. एभिर्विमुक्तः परमश्नुवीत 12..194. 11'. एमिवियुक्तः परमाविवेश 12. 532*. 3. एमिर्विशेषैः परिशुद्धसत्त्वः 12. 322.4". एभिश्च स महाभागैः 13. App. 14. 485A 1 pr: एभिस्तदा मया वीर 3. 42. 280. एमिस्तु कर्ममिदेवि 13. 131. 26*. एमिस्त्वमभिशक्नोषि 8. 322*.2 pr. एभिस्त्वं नामभिर्देवं 14. 19*. 1 pr.' एमिः कालाष्टमैर्भावैः 12. 244. 12". एमिः परिवृतो व्यासः 12. 337. 12". एमिः पाप्मभिराविष्टः 12, 17.20. एमिः प्रकारैरपरैश्च सर्वैः 2. 521*. 5. एमिः शिष्यैः परिवृतः 12. 314. 256. एमिः षड्भिर्गुणैर्युतम् 13. App. 15. 3179 post. एमिः समन्वितो राजन् 12. 323. 2. एमिः सम्यक्प्रयुक्कैर्हि 12. 327. 59deg. एमिः सर्वमिदं जगत् 6. 29. 13. एमिः स सहितस्तत्र 3. 221. 23deg... एमिः सह महाराज 3. 83. 105deg. एभिः सहायैः कस्मात्त्वं 3. 276.6". एमिः सुरगणैः सार्ध 13. App. 9. 135 post. एभ्यस्त्वत्तो महामुने 13. App. 3. 135 pr. एभ्यः पापं प्रवर्तते 12. 157.5. एभ्यः प्रवर्तते दुःखं 12. 157.5*. एभ्यो दत्तमनन्तं हि 13. App. 14. 221A 30 pr. एभ्यो निकृतिपापेभ्यः 5. 131. 32". एरकाणां तदा मुष्टिं 16. 4. 34. एरकारूपिभिर्वत्रैः 1. 2. 221deg. एळको बिल्वपाण्डुकः 1. 31. 12'. एलापत्रस्य तु वचः 1. 35. 1 . एलापत्रेण नागेन 1. 35. 8. . एलापत्रोऽथ वामनः 1. 31. 6". एलापत्रोऽब्रवीत्तेषां 1. 384*.2 pr. एलापत्रोऽब्रवीदिदम् 1. 34. 11. एलापुत्रः सुवामनः 2. 99*.2 post. एवमक्षयतां याति 13. App. 14. 305A 1 pr. एवमग्नित्रयं स्मृतम् 14. App. 4. 2605 post. एवमग्निर्भगवता 3.212. 19".. . एवमग्निवरं प्रादात् 2. 28. 24". एवमग्निस्त्वया साधं 3. 220.6deg. एवमग्निं तु यः कुर्यात् 14. App. 4. 1321 pr. एवमग्राह्यके तस्मिन् 12. 82.1".... / एवमङ्गिरसश्चैव 13. 85. 43"... . : एवमण्डजरायुजे 13. App. 15. 2496 post. एवमत्यर्थकारुण्यं 2. App. 43. 59 pr.. एवमत्र यथाजोष 4. 5. 14deg.. .. एवमत्रेमहाराज 13. 648*.'1. pr. एवमद्भुतकर्माण 3. 178. 29deg.. एवमधार्मिकाः पापाः 10. 5. 24deg. एवमध्यापयशिष्यान् 12. 314. 30%. एवमन्तं भगवतः 12. 175: 29. एवमन्तःपुरे वृत्तं 4. 120*. 59 pr.. एवमन्तः प्रयुञ्जीत 13. App. 15. 4289 pr. एवमनं च सूर्यश्च 13.62.41". एवमन्यच्छुभं कुरु 12. 32. 16*. एवमन्यश्च तत्कर्म 13. App. 15. 3702 pr. एवमन्यानि चापानि 4. 52. 16. एवमन्यानि पापानि 14. App. 4. 2817.pr. एवमन्ये न कुर्वन्ति 13. 17. 162". . एवमन्ये मनुष्येन्द्र 1. 61. 92". एवमन्येषु बहुषु 13. App. 15. 2947 pr. एवमन्ये सुमनसः 13. App. 15. 2379 pr.. एवमन्यैरपि भृशं 6. 114. 450... एवमन्योन्यगौरवम् 12. 308. 1711. एवमन्योन्यमायस्ताः 9. 22.876.... एवमन्योन्यमुक्त्वा तौ 1. 1686*. 5 pr. एवमन्योन्यमेतानि 13. App. 15. 4129 pr. एवमन्योन्यशापात्तौ 1. 25. 18". एवमन्योन्यसंयुक्तं 3. 221. 49". एवमन्वगमगीष्मं 1. App..55. 33 pr. . एवमप्यनुमानेन 12. 293. 38". एवमप्ययमत्यन्तं 5. 3. 10. एवमप्यशुभं कर्म 12. 32..18. एवमप्यसुखाविष्टा 3. 62..23%.. एवमप्यस्तु धर्मज्ञ 1. 92. 12".. .. एवमप्यस्तु भगवन् 3. 294. 29".... एवमप्यस्मि भगवन् 13.31. 51". .. . एवमप्यायतिं रक्षन् 3.227.4. एवमप्युच्यमानः सः 7. 267*. 1 pr. एवमप्रतिबुद्धत्वात् 12. 292. 1*3; 293. 1, एवमप्रतिबुद्धश्च 12. 306. 786... . एवमभ्यधिकः पार्थात् 8.. 22. 53"..... एवमभ्यधिकः शल्यात् 9. 15. 25%. - 556 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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