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________________ एते सर्वे शोच्यतां यान्ति राजन् ] महाभारतस्थ [एतैस्तु लक्षणैः पुत्र एते सर्वे शोच्यतां यान्ति राजन् 12. 279. 25. एतैरतिरथैर्गुप्तः 6. 45. 3".. . एते सर्वे षण्ढतिला विनष्टाः 5. 29. 38. एतैरन्यैर्महावृक्षैः 1. 513*. 4 pr. एते सानुचराः सर्वे 2.7.7". एतैरन्यैस्तत्त्वविद्भिः 6. App. 1. 54AI pr. एते सुकृतिनः पार्थ 3. 43. 35*. एतैरपि महायज्ञैः 3. 31. 16deg.. एते सुपरिघाकाराः 8. App. 7. 11 pr. एतैराप्यायितैः पूर्व 2. 133*.7 pr. एते सुयोधनस्यार्थे 8. 51. 20". एतैरुपायैः स क्षिप्रं 14. 19. 59deg. एते सेनाप्रणेतारः 5. 149. 5. एतैरेव गुणैर्युक्तः 12. 86. 28deg, 30deg3; 118. 16. एते स्थ ऋषयः सर्वे 12. App. 29E. 145 pr. एतैरेव गुणैर्युक्ताः 12. 197*. 1 pr. . एते स्थ सर्वे संवृत्ताः 12. App. 29E. 147 pr. एतैरेव विहीनं तु 13. App. 11. 334 pr. एते स्थास्यन्ति संग्रामे 7. 133. 57. एतैरेव शरैश्चाई 6. I15: 54". एते स्वर्गे महीयन्ते 13. 99. 32deg. 'एतैर्गुणहीनतमे न देयं 12. 296. 356. एते स्वां प्रकृति प्राप्ताः 12. 285. 16. एतैर्जितैस्तु जयति 12. 235. 15*. एते हनिष्यन्ति रणे 5. 162. 22". एतैर्दत्तां निषेवेत 1. App. 36. 26 pr. एते हया गमिष्यन्ति 3. 69. 15*. एतैर्दोषैर्नरो राजन् 13. 141. 29". एते हस्तवता मुक्ताः 8. App. 7..8 pr.; App. 27. 8 pr. एतैदोषैः पुनर्देही 14. 69*. 1 pr. . एते हाहाकृताः सर्वे 7. 1413*. 1 pr. एतैर्नरगजाश्वानां 10. 10.4". . एते हि दिवमामुवन् 12. 226. 38. एतैर्निदर्शनब्रह्मन् 3. 206. 26. एते हि दिवमास्थिताः 13. App. 14B. 61 post. एतैर्भावैः समन्वितम् 12. 203. 35. एते हि देवा वसवो विमानानि 12. 51. 15. एतैर्लोकाः सुसंरुद्धाः 12. 263. 47*. एते हि धर्ममेवादौ 3. 32. 136. एतैर्वर्धयते तेजः 12. 227.70. एते हि धार्तराष्ट्राणां 12. 157. 18. एतैर्विद्धाः सर्व एव 5. 94. 39. एते हि नित्यसंन्यासाः 12. 10. 250. एतैर्विमुक्तः कौन्तेय 6. 38. 22". एते हि निहताः सर्वे 9. 17. 21. एतैर्विमुक्तो दोषैर्यः 5. 43. 17. एते हि निहताः संख्ये 12. 248. 2. एतैर्विमोहयत्येषः 6. 25. 40deg. एते हि पार्थिवाः सर्वे 12. 124. 176 एतैर्विवर्धते तेजः 12. 232. 11"; 266. 16". एते हि बहवः शूराः 6. 80. 43deg. एतैर्हि राजा नियतं 3. 30. 47. एते हि बहवः सूत 7.91. 13. एतैर्हि सहितः सर्वैः 5. 93. 26. एते हि मूर्तिमन्तो वै 13. App. 11. 456 pr. एतैर्हेतुमिराचितम् 12. 210. 13. एते हि यदि गोविन्दं 5. App. 7. 13 pr. एतैश्च धार्यते जन्तुः 12. 330. 22". एते हि विबुधाः सर्वे 3. 290. 18". एतैश्च मुख्यैरपरैश्च राजन् 8. 4. 105*. एते हि सर्वे कुरवः समेताः 2. 68. 12". एतैश्च विप्रयोगोऽपि 1. 145. 22. एते हि सर्वे मम राजपुत्राः 3. 252. 16. एतैश्च स ह धर्मोऽपि 13. 112. 21. एते हि सैन्धवस्यार्थे 7.85.74. एतैश्चान्यैर्महारथैः 2. 44. 12. एते हि सोमका विप्र 7. 134. 77. एतैश्चान्यैर्मुनिगणैः 12. 47.6". एते हि सोमराजानः 8. 29, 32deg; 383*. 4 pr. 13. 34.1deg; एतैश्वान्यैश्च कीर्णानि 3. 155. 50'. 144.6. एतैश्चान्यैश्च बहुमिः 1. 206. 4. 2. App. 2.16 pr. 3.170. एते अपि यथैवाह 5. 63. 13. 47.5.90.50. 12.38. 28deg. 13. 142. 13". एते शमिमुखाः सर्वे 7. 134.8". एतैश्चान्यैश्च राजेन्द्र 13. 116. 70%; 588*. 1 pr. एते ह्यमात्याः कर्तव्याः 12. 81. 296. एतैश्चान्यैश्च विप्रस्य 12. 168. 53:. एते ह्यामरणात्पञ्च 12.212. 12. एतैश्वान्यैश्च विविधैः 3. 218. 38". एते ह्यामुच्य भगवन् 14. 56. 26'. एतैश्चापगतैः सर्वैः 12. 208. 19deg. एते ह्यायान्ति चण्डालाः 13. App. 9A. 162 pr. एतैस्तु लक्षणैर्युक्तं 1. App. 15. 4 pr. .. एतैरक्षैः समापनः 12. App. 21. 35 pr. ...... एतैस्तु लक्षणैः पुत्र 1. App. 15. 8 pr... . -554 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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