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________________ एतेन हि महाबाहो] श्लोकपादसूची [एतेभ्य एव निर्वृत्ताः एतेन हि महाबाहो 7. 116. 28": एतेनाधिष्ठितश्चैव 12. 302. 12. एतेनाध्यवसायेन 3. 297. 10%. एतेनाध्युषितो व्यक्तः 13. App. 11. 289 pr. एतेनानुसृतेन वै 4. 660*. 3 post. . एतेनापि त्वया योत्स्ये 5.94. 250. एतेनापि निमित्तेन 4. 45. 20deg. एतेनायुधराजेन 13. App. 1A. 401 pr. एतेनासौ बाल्यमत्येति विद्वान् 5. 44. 16. एते निदेश तव पालयन्ति 3. 180. 31. एते निपातिनः पश्य 8. 322*. 1 pr. एते नियुद्धकुशलाः 12. 102. 5. एते निवासाः सततं बभूवुः 3. 174. 5. एते निष्कान्तधर्माणः 13. App. 14. 439A 14 pr. एतेऽनुयान्त्यनिलं पाशहस्ताः 5. 37.64. एतेनैतन्महद्वैरं 11.24.26". एतेनैव च वित्तेन 4. 269*. 1 pr. एतेनैव च वृत्तेन 1. App. 46. 6 pr. 12. 97. 18%. एतेनैव तु योगेन 13. App. 14. 221B 73 pr. एतेनैव प्रकारेण 12. 120. 27deg. एतेनैव प्रतीताः स्मः 4. 32. 41. एतेनैव प्रतीतोऽहं 7. App. 8. 885 pr. एतेनैवानुमानेन 12. 623*. 4 pr. 14. 48.8". एतेनैवार्जुनं ज्ञातुं 7. 126.7". एतेनैवास्मि वञ्चितः 7. 118. 46". एते नोढा इति चाख्याताः 12. App. 18. 27 pr. एतेऽन्ये च समागम्य 13. App. 14. 38A 23 pr. एतेऽन्ये मण्डलीभूताः 7. 21. 14. एते पञ्च गुणा भूमेः 14. 49. 40deg. एते पञ्च गुणा राजन् 6. 6.76. एते पञ्चदश ब्रह्मन् 3. 202.8%. एते पञ्च महाभागाः 18. 4. 11". एते पञ्च महाराङ्गाः 2. 19. 30. एते पञ्चसु भूतेषु 12. 832*. 3 pr. एते परिघसंकाशाः 8. App. 27. 11 pr. एते परिवृताः स्त्रीमिः 1. 211. 12. एतेऽपरे सप्त नृशंसधर्माः 5. 43. 11'. एते पर्वतराजानः 14. 43.5. एते पर्वतशृङ्गाणां 8. App. 7. 15 pr. ; App. 27. 15 pr. एते पश्चादवर्तन्त 5. 196. 10deg. एते पापकृतस्तात 12. 200. 41". एते पापस्य कर्तारः 13. 45. 23. एते पाषण्डिनो ज्ञेयाः 12. App. 31. 22A7 pr. एतेऽपि मुनयो वत्से 12. App. 19. 78 pr. एतेऽपि यस्योद्विजन्ते प्रभावात् 1. 65. 39deg. एतेऽपि सदृशं वर्ण 13. 48. 14. एते पुनर्न गच्छन्तु 4. 515*.2 pr. एते पुरोगमा भूत्वा 8. 40. 670. एते पूर्वर्षिमिदृष्टाः 13. 24. 81". एते पूर्वर्षिमिः प्रोक्ताः 14. App. 4. 2111 pr. एतेऽप्यवध्याः कथिताः 6. 269*.5 pr. एतेऽप्येवं भवितारः पुरस्तात् 1. 189. 24. एते प्रजानां पतयः 12.201. 14". एते प्रतिदिशं सर्वे 12. 201. 33. एते प्रदेशमात्रेण 5. 99. 15. एते प्रदेशाः कथिताः 12. 201. 10deg. एते प्रधानस्य गुणाः 12. 302. 1 . एते प्रमत्तं पुरुषं 12. 157.4". एते प्रमाणं भवतः 5. 17.9. एते प्रशमने योगाः 7. 166. 49%. एते प्राधान्यतो नागाः 1. 31. 16. एते प्राधान्यतो राजन् 5. 169. 9". एते प्राप्ताः षण्नरान्पापधर्मान् 5. 43. 10deg. एते प्रोक्ता रजोगुणाः 12. 301. 23'. एते बलाधिकाः प्राप्ताः 8. 104*. 1 pr. एते बहुत्वात्त्वरिताः 8. 43. 80. एते बहुविधाः शैलं 3. 155. 82deg. एते बालान्मृत्यवे प्रापयन्ति 5. 42. 12. एते ब्रह्मर्षयश्चैव 12. 272. 26deg. एते ब्रह्मर्षयो नित्यं 12. 201. 28deg. एते ब्रह्मर्षिदेशास्तु 14. App. 4. 2501 pr. एते ब्रह्मसमा राजन् 12. 77.2. एते ब्राह्मणचाण्डाला: 12. 77.89. एते भक्ष्याश्च वध्याश्च 13. App. 14. 461 pr. एते भरतसत्तम 5. 122. 574 एतेऽभवबर्जुनतः 8. 63. 37deg. एते भवेयमित्युक्त्वा 2. App. 21. 229 pr. एते भारत मातङ्गाः 8. 43. 27. एते भार्यागमाः पञ्च 13. App. TA. 108 pr. एते भावा जगत्सर्वं 12. 203. 34. एते भीमस्य निशिताः 4. 38. 490. एते भीमस्य संत्रस्ताः 8. 588*. 3 pr एते भूमिचरा देवाः 12. 39..389. एते भोगैरलंकारैः 13. 34. 20. एतेभ्य एव निर्वृत्ताः 12. 697*. 1 pr -551
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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