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________________ एतद्गृहाण प्रथमं ] महाभारतस्थ [ एतद्वलमहार्णवम् एतद्गृहाण प्रथमं 13. 123. 15. एतद्गृहाण वचनं 1. 43. 8. एतद्गोचर्म उच्यते 13. 340*. 2 post. एतद्गोशकृतः पुत्र 13. 81. 260. एतद्दत्वा महद्रव्यं 2.47.31". एतद्ददानि ते विप्र 3. 183. 30'. एतद्दानं न्यायलब्धं द्विजेभ्यः 13.70. 489,556. एतद्दानं प्रयच्छति 13. App. 14. 503 (subst.) 2 post. एतद्दान्तस्य लक्षणम् 5. App. 3.21 post. एतद्दान्तो न सेवते 12. 154. 186. एतदुर्योधनो लब्ध्वा 7. 87. 38". एतदुःखस्य संभवम् 1. 1625*. 1 post. एतद्दःखं सारथे धर्मराजः 8. 54. 12. एतद्दुःषन्त धर्मतः 1. 673*. 1 post. एतदृश्यति देवानां 3. 675*. 1 pr. एतदृष्टं प्रसादात्तु 6. App. 1. 50 pr. एतदृष्टं भविष्ये हि 1. 9. 16%. एतद्दष्टं मया राजन् 3. 187. 490. 12. 126. 494. एतदृष्टं श्रुतं चापि 1. 46.24". एतदृष्ट्वा महीपाल 3. 125. 126. एतद्देवासुरैर्गुप्तं 12. 209. 17. एतद्देवेषु दुष्प्रापं 13. 17. 159. एतद्देशप्रसूतस्य 14. App. 4. 2502 pr. एतद्देहं समाख्यातं 12. 291.29. एतद्रौपदि संधाय 3. 30.8. एतद्वयं ध्रुवं बद्धः 13.542*.2 pr. एतद्वंद्वसमायुक्तं 14. 45. 10. एतद्द्वारं त्रिलोकस्य 5. 106. 17". एतद्द्वारं द्विजश्रेष्ठ 5. 106.5. एतद्द्वारं महाराज 3. 130. 12". एतद्विगुणितं तस्मात् 13. App. 15. 2705 pr. एतद्वितीयं द्वीपस्य 6.7. 53. एतद्वितीयं धर्मस्य 5. 107.40. एतद्पायनः प्राह 6.267*. 1 pr. एतद्धनमपर्यन्तं 7. App. 8. 637 pr. 12. 29. 102". एतद्धनंजयो वाच्यः 5. 135.96. एतद्धनुर्ब्राह्मणानां 1. 1845*. 2 pr. एतद्धनुःप्रमुक्ताश्च 4. 1141*.5pr. एतद्धर्ममनुसृत्य 13. 47. 26deg. एतद्धर्मरहस्यं वै 13. App. 14.554 pr. एतद्धर्मस्य नानात्वं 13. App. 15. 3635 pr. एतद्धर्म हि धर्माणां 13. App. 11. 264 pr. एतद्धातृकृतं वृत्तं 5. 266*. 11 pr. एतद्धि कुरवः सर्वे 5. 57.4". एतद्धि तव धर्मात्मन् 13.20.55%. एतद्धि त्रितयं श्रेष्ठं 15. 35.9". एतद्धि दुर्लभतरं 6.28. 42. एतद्धि धनमुत्कृष्टं 13. 467*. 1 pr. एतद्धि नः कृत्यतम यशस्यम् 3. 120. 21'. एतद्धि नित्यं यत्नेन 15. 44. 12". एतद्धि परमं कार्य 12.345.70. एतद्धि परमं कृत्यं 6. 88. 19deg. एतद्धि परमं तेजः 13.9.20%. एतद्धि परमं नार्याः 1. 146. 4". एतद्धि परमं ब्रह्म 13. 17. 154. एतद्धि परमं श्रेयः 1. 197. 10. 5. 186.6.8. App. 38. ___19 pr. 12. 107.21. एतद्धि पुरुषव्याघ्र 1. 195.80. 7. 120.4". एतद्धि पुरुषेणाग्रे 5.4.3deg. एतद्धि प्रकृतं ज्ञानं 13. App. 11. 447 pr. एतद्धि ब्रूत मे सत्यं 1. 107. 27deg. एतद्धि भीमनिदिं 14.72. 15. एतद्धि मम कार्याणां 3. 1. 36%. एतद्धि मम रोचते 5. 4. 250; 15. 12. एतद्धि मूर्तिसंघातं 12. App. 29D. 91 pr. एतद्धि योग योगानां 12. 304.27%. एतद्धि रुचिराकारैः 5. 84. 200. एतद्धि व्रतमुत्तमम् 7. 1403*. 4 post. एतद्धि सकलं कृष्ण 5.70.6deg. एतद्धि सर्गनवकं 12. App. 29D. 81 pr. एतद्धि सर्वकार्याणां 7. 102. 49". एतद्धि सर्वधर्माणां 13. App. 15. 3862 pr. एतद्धि सर्वमाचष्ट 5. 48. 22. एतद्धि सर्वशास्त्राणां 12. 322. 46deg. एतद्धृदि तदा जिष्णोः 1. App. 77.3 pr. एतद्ध्यपि तपो राजन् 3. 34. 70%. एतद्ध्यानं परं पदम् 13. 16.564. एतवजाग्रं पार्थस्य 4. 48. 4. : एतद्बलमपर्यन्तं 4. 568*. 1 pr, एतदलमभूच्छेषं 9. 26. 17. एतद्वलमहार्णवम् 6. 73. 21'. एतद्धयशिरो राजन् 12. 335.726. एतद्धर्मफलं पुत्र 5. 143.7%. एतद्धर्मभृतां श्रेष्ठ 12. 162. 4. एतद्धर्ममधर्म वा 5. 130. 250. -538 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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