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________________ एकः प्रविष्टः संक्रुद्धः] महाभारतस्थ [ एकाग्रमनसो दान्ताः एकः प्रविष्टः संक्रुद्धः 7. 115.7. एकः प्रसूतो राजेन्द्र 13. 112. 11". एकः प्राप च मेदिनीम् 12. 92.554. एकः प्राप्नोति विजयं 12. 220. 24. एकः शक्तिपताकर 5. 152. 14. एकः शत्रुर्न द्वितीयोऽस्ति शत्रुः 12. 286. 28deg. एकः शत्रून्समरे वाप्यजैर्षत् 8. 822*. 4. एकः शास्ता न द्वितीयोऽस्ति शास्ता 2. 57.86. 12. 219.80. 14.26. 1". एकः शिष्टः शतात्परः 1. App. 63.32 pr. एकः शोकसमन्धितः 12. 312. 29". एकः शोको महाद्युतिः 7. 880*.7 post. एकः शोचितुमर्हति 12. 317. 15; 540*. 9 post. एकः शोचितुमर्हसि 11. 2. 16. एकः श्रोता नास्ति ततो द्वितीयः 14. 26. 4. एकः सदा शोषयन्मामकं बलं 8. 656*. 13. एकः सन्नर्तनागारं 4. 417*. 1 pr., 4 pr. एकः सन्मन्त्रनिश्चयात् 1. App. 81.99 post. एकः स पृथगेव वा 13. App. 15. 2321 post. एकः स पृथिवीपतिः 9. 170*. 1 post. एकः समुद्धतः पिण्डः 13. App. 14.58 pr. एकः सर्वकुमाराणां 1. 123. 43. एकः सर्वपतत्रीणां 1. 27. 296. एकः सर्वानवारयत् 9. 16.794. एकः सर्वानहं क्रुद्धः 9. 31. 14. एकः सर्वार्थचिन्तकः 12. 88. 10. एकः स वारयामास 8. 42.32". एकः स शतधा राजन् 7. 44. 230. एकः सहेताप्रतिसह्यपौरुषः 8. App. 21. 11. एकः संकालयिष्यामि 4.56. 13. एकः संख्ये महेष्वासः 8. 40. 69. एकः संधारयामास 7. 41. 18%. एकः संपन्नमश्नाति 5. 33. 40%. एकः संपन्नमनातु 13.96.21. एकः संवत्सरः पूर्णः 1. 2023*.2 pr. एकः संश्लिष्यते गर्भ 13. App. 20.314 pr. एकः साधारणः पन्थाः 7.89. 26". एकः सांयमिनी जित्वा 4. 44.7. एकः सुभद्रामारोप्य 4. 44.6. एकः सूर्यस्तपसां योनिरेका 12. 339. 10. एकः सूर्यः सर्वमिदं प्रभासते 3. 134.7.. एकः स्थिरश्चास्थिरश्च 14. 23. 230. एकः स्वयंभूर्भगवान् 12. 201. 36. एकः स्वादु न भुञ्जीत 5. 33. 45". एका एकस्य चोच्यते 1. App. 100. 98 post. एकाकाशे प्रभुश्चरन् 3. App. 27. 40 post. एकाकिनं किमु कृष्णामिगुप्तं 8. 872*. 3. एकाकिनं च दृष्ट्वैनं 8. 569*. 1 pr.. एकाकिनं तदा भीष्मं 1. 998*. 1 pr. एकाकिनं युध्यमानं 9. 194*. 2 pr. एकाकिनापि मर्तव्यं 13. App. 20. 210 pr. एकाकिनैव सुमहत् 3. 78.70. एकाकिनो हि निद्वा: 12. App. 17B. 84 pr. एकाकी प्रययौ तत्र 9. 22. 61'. एकाकी प्रविचिन्तयन् 12. 338. 10. एकाकी प्राप्तवानसि 12. 338 200 एकाकी बहुभिस्तत्र 10. 5. 22". एकाकी बहुभिः क्षुद्वैः 10. 1. 57. एकाकी भरतश्रेष्ठ 9. 28. 23". एकाकी मृष्टमभाति 13. App. 20. 163 pr. एकाकी यतचित्तात्मा 6. 28. 10. एकाकी विचरिष्यति 3. 166*.6 post. एकाकी विचरिष्यामि 12. 475*. 12 pr. एकाकी विद्यया सार्ध 12. 326. 67". एकाकी व्यद्रवत्तत्र 12. 163.5deg. एकाकी स जनार्दनः 1. 2044*. 1 post. एकाकी समुपाययौ 1. App. 92. 27 post. एकाकी स्तम्भसेवकः 5. 225*. 1 post. एकाक्षर इति स्मृतः 12. 291. 18". एकाक्षरं यक्षरमेकमेव 13. App. 1. 106. एकाक्षराभिसंबद्धं 3. App. 21A. 234 pr. एकाक्षरा सुकुसुमा 9. 45.24. एकाक्षरां बहुरूपां विराजम् 3. 133.8. एकाक्षं त्र्यम्बकं चैव 13. 146. 2. एकाक्षः शतलोचनः 13. App. 3A. 145 post. एकाक्षिबाहुचरणे 2. 16. 35". एकाक्षी विकलः काकः 3. 1273*.1 pr. एकाक्षो जाज्वलनास्ते 7. 173. 87*. एकाक्षो द्वादशाक्षश्च 9. 44.54". एकाक्षो मृतपा वीरः 1. 59. 28deg. एकाश्यर्चनतत्पराः 14. App. 4. 2581 post. एकाग्रता च मनसः 12.294.8%; 775*. 1 pr. एकाग्रमनसस्तथा 12.304.23%. . एकाग्रमनसः सर्वे 5. 196. 4. एकाग्रमनसो दान्तान् 12.825*.7 pr. एकाग्रमनसो दान्ताः 12. 322. 29". -522 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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