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________________ अतीतायां च शर्वयों ] श्लोकपादसूची [अतीव मुखवर्णोऽस्य [अ] तीर्थे वा प्रतिपादनम् 12. 35. 294. अतीव कृष्णताराभ्यां 3.74. 150. अतीव गहनं घोरं 1. 1502*. I pr. अतीव गुणवत्प्रभो 3. 28. 104. अतीच गुणवत्सर्वं 6. 12. 13. अतीव गुणसंपन्नम् 1. 61.25. अतीव च मनोहरम् 3. 111.3%; 204.5d. अतीव चान्यत्सुमहत् 3.78. 15. अतीव चारु विभ्रान्तं 13. 19*. 13pr. अतीव चित्रमाश्चर्य 3.273. 18. अतीव चुक्षोभयि दुर्जनार्दनं 8. 13. 12. अतीव जल्पन्दुर्वाचः 1. 69.89. अतीव ज्वलते लक्ष्या 4. 886*. b pr. अतीव ज्वलितो लक्षम्या 4.879*.2 pr. अतीव तच्चित्रमतीव रूपं 7. 154. 176. अतीव तत्सदा पुण्यं 12. 255. 220. अतीव तपसात्मानं 1. 110.6. अतीव तपसा युक्तः 1. 43. 12. 12. 253. 13". अतीतायां च शर्वयां 5. 194*. 1 pr. अतीता सा वनावृष्टिः 9. 47. 36deg. अतीतास्वथ वर्षासु 12. 253. 23". अतीते कार्यशेषज्ञः 5. 39. 41deg. अतीते द्वादशे वर्षे 4.729*. 4 pr. 13. 14. 190. अतीतेनापि केशव 5. 88. 28. अतीते पात्रसंचारे 12. 269. 9deg. अतीतेषुपथे काले 7. 236*. 2 pr. अतीते वनभिज्ञा ये 13. 111. 100. अतीतोऽद्वंद्वमभ्येति 14. 43.25. अतीतो भवति प्रभो 6. 36. 21'. अतीतो वसतां वने 15. 44. 114. अतीतोऽहं क्षणादग्निं 12. App. 17C. 119 pr. अतीत्य गुणबन्धनम् 12. 207. 29". अतीत्य च तथा पार्थः I. App. 115. 42 pr. अतीत्य च तमध्वानं 5. 172.26. अतीत्य च नृपानन्यान् 5. 113.4". अतीत्य जग्मुर्मिथिलां 2. 18. 280. अतीत्य ता महाबाहुः 11. 11. 10. अतीत्य दुर्ग हिमवत्प्रदेश 3. 174. 120. अतीत्य पितरं युद्धे 6.54. 14deg. अतीत्य मरुधन्वेध 7.76. 194. अतीत्य लक्ष्यं यो वेद्धा 1. 176. 11. अतीत्य वनदुर्गाणि 3. 39. 164. अतीत्य शैलं रैवतकं 1. App. 115. 28 pr. अतीत्य समरे योधान् 7. 103. 24deg. अतीत्य स महाराज 7.91.9. अतीत्य सर्वदुःखानि 13. 116. 62". अतीत्य सुखमासीत 12. 241. 6. अतीत्य सुमहाबलः 7. 1220*. 1 post. अतीय सुरलोकं च 13. 106.5". अतीत्य सेनां पार्थानां 6. 113. 27deg. अतीत्यातीत्य राजेन्द्र 12. 125. 16. अतीत्यामृतमश्नुते 12. 207. 29d. अतीन्द्रः संग्रहः सर्गः 13. 135. 30%. अतीन्द्रिय नमस्तुभ्यं 12. App. 17B. 80 pr. अतीन्द्रियमनीश्वरम् 12. 293.210. अतीन्द्रियमबीजं च 12. 302. 10. 13. App. 11. 437A 1pr. अतीन्द्रिया निराहाराः 12.322. 13%; 323. 25%. अतीन्द्रियाश्चानशनाश्च तत्र 12. 322. 94. अतीन्द्रियेण शुचिना 18.5.32. अतीन्द्रियो महामायः 13. 135. 31". अतीर्थे ब्रह्मणस्त्यागी 12.35,5". अतीव ते प्रमुदिताः 2. 478*.8 pr. अतीव तेषां घृणिनां 4. 15.35M. अतीव दुःखभागी सः 14.89.50; 168*. 1 pr. अतीव दुःखमुत्पन्नं 12. 271. 28deg. अतीव दुःखसंतप्ता 1.21.2. अतीव दुःखसंतप्ताः 14.61.6". अतीव पाण्डवो भीम 4.59. 200. अतीव पार्थो युधि कार्मुकिभ्यः 8. 878*. 1. अतीव पुण्यास्ते भागाः 13. 111. 18. अतीव प्रियदर्शनम् 3. 176. 15. अतीव प्रेक्षणीयोऽभृत् 14.58. S. अतीव बलपौरुषात् 7. 181*. + post. अतीव बलसंपन्नः 1. App. 80. +3 pr. अतीव भयवर्धनम् 7. 132.4". अतीव भरतर्षभ 1. 133.64. 2. App. 43.76 post. 7. ___170. 20. 9.61.84. 12. 128.56; 274. 414. अतीव भ्राजसे सुभ्र 4. App. 12. 12 pr. अतीव मदमत्तस्त्वं 5. 119.7". अतीव मधुर स्वरा 11.25... अतीव मधुरः शब्दः [4. App. 1. 37 pr. अतीव सनसः सद्यः 7. 15. 11'. अतीव मनसा शोकः 14.2.2. अतीव मन्युभवति 2. App. Bs. 107 pr. अतीव मुखवर्णो स्य 11.22.6". पादसूची-6 - 41 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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