SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 489
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ उभयेनैव ते हीनाः] लोकपादसूची [उभावपि चकाते उभयेनैव ते हीनाः 7. 165. 60. उभयोः पतिते छत्रे 7.73. 19". उभयेषां न दुष्यति 12. 186. 24. उभयोः पापपुण्ययोः 12. 276. 384. उभयेषां समस्तानां 4. 120*. 61 pr. उभयोः पुण्यपापयोः 3. 296. 14.8. 5. 64.. उभयोरक्षयं धर्म 13. 67. 30deg. उभयोः प्रीयमाणयोः 14.78. 20. उभयोरन्तरं वद 5. App. 13. 4 pr. उभयोः शापयोर्भीता 9. 41. 19, 21". उभयोरन्तराले च 12. 308. 175. उभयोः शुभपापयोः 8. 30. 274. उभयोरपि दृष्टोऽन्तः 6. 24. 16. उभयोः सदृशं कर्म 6. 97. 324. उभयोरपि संशान्ताः 6. 86. 20. उभयोः स न्यवेदयत् 9. 28. 80%. उभयोरर्जुनस्तदा 7.78. 29. उभयोः समदर्शनम् 12.215. 6. उभयोरात्मकुलयोः 2. 26. 13. उभयोः साधयन्नर्थ 5.91. 176. उभयोरुत्तमे युद्धे 8.63. 70%. उभयोः सेनयोरपि 5. 164. 80. उभयोरेव केशवः 5. 127. 37d. उभयोः सेनयो राजन् 6. 41. 29%; 42. 5%; 53. 9%; उभयोरेव यः स्नातः 13. 111. 19. 115. 10%; 84.2 pr. 8. 41.7.9. 26. 54. उभयोरेव वा ब्रह्मन् 5. 176.76. उभयोः सेनयोपोरं 7. 139. 29. उभयोरेव वामर्थे 5. 70. 79deg. 12. 107. 5". उभयोः सेनयोर्मध्ये 7. 146. 470. उभयोरेव विद्यते 13. 8. 25. उभयोः सेनयोर्वीर 5. 166. 28deg. उभयोरेव शिरसा 3. 278. 3. उभयोः सेनयोर्वीराः 6. 48. 69. 9. 11. 34". उभयोर्जयगृद्धिनोः 5. 164. 36*. उभयोः सेनयोवारैः 8. 19. 71. उभयोदितिजस्ततः 5. 202*. 4 post. उभयोः सेनयोहर्षः 7. 135. 43. उभयोईलिनोस्तदा 3. 12. 58. 4. App. 23. 16 post. उभयोः सेनयोश्चैव 7. 1047*. 1 pr. उभयोर्यक्षम भवेत् 12. 107. 200. उभयोः सेनयोस्तत्र 6. 22. 20%; 67*. 1 pr. उभयोलोकयोर्दुःखं 2. 487*. 1 pr. उभयोः सेनयोस्तीवः 6. 42. 28". उभयोर्लोकयोदेवि 13. App. 15. 466 pr. उभयोः सेनयोः शूराः 6. 86. 84. उभयोलॉकयो शं 13. App. 15. 2848 pr. उभयोः स्यात्तदक्षय्यं 13. 67. 29deg. उभयोर्लोकयोभूतिः 13. App. 15. 3443 pr. उभयोः स्यादनाय 12. 37. 32. उभयोलॊकयोर्युक्तं 13. App. 15. 5 pr. उभाभ्यामभ्यनुज्ञाता 3. 280. 29". उभयोलॊकयोस्तात 15. 12. 20%. उभाभ्यामयुतस्तथा 13. App. 11.296 post. उभयोविन्दते फलम् 6.27.40. उभाभ्यामेव घर्षोऽभूत् 4. 249*.1 pr.; App. 11.6A 1 pr. उभयोर्वेदशास्त्रयोः 12. 293. 23. उभाभ्यामेव पाणिभ्यां 12. 663*. 3 pr. उभयोईस्तयोरेकं 13. App. 10. 90 pr. उभाभ्यां पृष्ठतः स्थितः 1. 151. 100. उभयोर्हि नरः स्नात्वा 3. 81. 1380. उभाभ्यां बध्यते मोहः 14. 30*. 1 pr. उभयोश्च पराजयः 5. 70.52. उभाभ्यां बध्यते वायुः 12. 18*. 1 pr. 14.29*. 1 pr. उभयोश्च हिते रतः 5. 89. 14. उभाभ्यां यमराजभ्यां 13. App. 15.2160 pr. उभयोश्चाददः साह्यम् 5. 89. 14. उभाभ्यां लोकनाथाभ्यां 8.273*. 1 pr, उभयोस्तौ रथौ राजन् 7.73. 176 उभाभ्यां वर्धते धर्मः 1. App. 81. 12A 3 pr. उभयोः कुर्वती वाक्यं 9. 41. 34. उभाभ्यां वा युधिष्ठिर 2. 5. 84. उभयोः कोऽधिको विद्वान् 1. 1615*. 1 pr. उभावङ्कगतौ चक्रे 2. App. 21. 1423 pr. उभयोः पक्षयोरपि 5. 81. 14. 13. App. 14. 221B उभावजेयावहितान्तकावुभौ 8. 64. 11". 14 post. उभावज्ञानमोहितौ 8. 49. 115. उभयोः पक्षयोर्युक्तं 2. 45. 42%; 72. 35. उभावतिरथौ शूरौ 8. 993*. 9 pr. उभयोः पक्षयोर्वादं 13. App. 15. 923 pr. उभावनिधनौ स्मृतौ 12. 304. 24. उभयोः पक्षयोर्हितम् 9. 62. 57'. उभावपसदावेतौ 3. 33. 11. उभयोः पक्षयोश्चैव 2. App. 36. 19 pr. उभावपि चकाशेते 3. 12. 53. पादसूची-61 - 481 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy