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________________ उपशमरुचिरात्मवान्प्रशान्तः] महाभारतस्थ [ उपस्थास्यति सा त्वां वै उपशमरुचिरात्मवान्प्रशान्तः 12. 172. 29deg. उपशाम्तचराचरे 3. App. 27. 13 post. उपशाम्तेन दान्तेन 13. App. 10. 466 pr. उपशामय कल्याणि 1. 1730*.7 pr. उपशाम्यद्जो भौम 4. 31. 14"; 51. 16. उपशाम्येन्द्रियग्रामं 14. 43*. 2 pr. उपशिक्षन्महास्त्राणि 3. 45. 3. उपशिक्षाम ते वृत्तं 12. 16. 2. उपशुष्कजलस्थायाः 12. 139. 186. उपश्रुतिरहं देवि 5. 14. 36. उपश्रुतिर्महाराज 1. App. 95. 48 pr. उपश्रुत्य पितामह 12. 137. 36. उपश्रुत्य वचो राज्ञः 2. 30. 40deg. उपश्रुत्या विदर्शितः 1. App. 95. 47 post. उपसन्नोऽस्म्यधीहि भोः 12. 261. 61%; 276. 11'. उपसर्गाबहुधा सूदतेश्च 8. 29. 24deg. उपसर्गास्तथैव च 1. 1673*. 3 post. उपसत यथाकामं 3. 95. 180. उपसर्पत संहृष्टः 12. 145.5deg. उपसर्पन्ति जीवन्तं 11. 4.7deg. उपसर्प वरारोहे 4. 303*. 4 pr. उपसर्पस्व धर्मज्ञे 9. 47. 39". उपसर्म्य च देवेश 3. App. 16. 102 pr. उपसर्प्य महामुनिम् 9. 49. 52. उपसर्य वरारोहा 3. 61. 109. उपसंगम्य चाब्रवीत् 12. App. 29E. 404 post. उपसंगम्य चैवैनं 4. 21. 43". उपसंगम्य चोवाच 5. 114. 18%. उपसंगम्य पप्रच्छ 12. 104. 3. उपसंगम्य भार्गवम् 3. 123. 13. उपसंगम्य राजानं 4. App. 4G. 68 pr. उपसंगम्य वासवम् 3. 294. 20deg. उपसंगृह्य चरणौ 1. App. 80. 30 pr. उपसंगृह्य विश्वेशम् 3. 41. 17. उपसंग्रहणं कृत्वा 7. 52. 21". उपसंपादयामि ते 5. 134.84 उपसंप्रष्टुमर्हामि 5. 70. 77deg. 12. 38. 19deg. उपसंवेशयन्राजन् 14. 91. 2deg. उपसंहरतस्तस्य 7. App. 8. 117 pr. 12.249. 150. उपसंहृत्य धौम्यं च 3. 786*. 4 pr. उपसान्त्व्य च ताञ्जनान् 3. 214. 30. उपसुन्दं जिघृक्षती 1. 2009*.3 post. उपसुन्दोऽपि जग्राह 1. 204. 13. उपसुन्दोऽभ्यभाषत 1. 204. 164. उपसृत्य तदा द्रोणं 7. 165. 116*. उपसृत्य तु राजानं 7.25. 32.9.56.520. उपसृत्य स तान्दीनान् 1. 41.5deg. उपसृत्यातिवत्सला 2. 70. 12. उपसृत्यापरिज्ञातः 5. 62. 14. उपसृत्याब्रवीद्दीनः 9. 346*.2 pr. उपसृत्याब्रुवं चार्या 3. 266. 59deg. उपसृत्योपगूह्य च 3. 281. 61'. उपसृप्तस्तपोधनः 12. 127.64. उपसृष्टमिवामिषम् 12. 276. 51". उपसृष्टं तु तं कृष्णौ 1. 214. 32". उपसृष्टेष्वदान्तेषु 12. 276. 54". उपसेवन्तु कल्याणं 18. 3. 22. उपसेवेत पण्डितः 13. 107. 45d. उपसेवेत मेधावी 4. 120*. 90 pr. उपस्करैरधिष्ठानैः 7. App. 17. 2 pr. उपस्करो रथस्यासन् 8. 258*. 8 pr. उपस्कृत्य पराजिताः 7. 1341*.9 post. उपस्तीर्णा सभा राजन् 2. 53. 1"; 67.!". उपस्तीर्णो न दीप्यते 12. 37. 34. उपस्थमुदरं बाहू 12. 261. 27deg. उपस्थमुदरं हस्तौ 12. 288. 28deg. उपस्थमृषयो विदुः 3. 83.71. उपस्थः पायुरेतानि 14.53*.2 pr. उपस्थानगतं वृषम् 5. 532*. 1 post. उपस्थानगृहं तात 2. App. 21. 1267 pr. उपस्थानगृहैः शुद्धैः 1. App. 73. 22 pr. उपस्थानगृहेः शुभैः 1. App. 71. 13 pr. उपस्थानविधिं प्रति 1. App. 114, 198 post. उपस्थानं दिक्षुमिः 2. 45. 32. उपस्थानं महात्मनः 7. 173.796. उपस्थाने दिवौकसाम् 3. App. 6. 92 post. उपस्थाने महेन्द्रस्य 3. App. 6. 80 pr. उपस्थाने विरोचन 5. 35. 8. उपस्थापयदच्युतः 7. 157. 29. उपस्थाप्य च भास्करम् 8. 26.9. उपस्थाय च राजानं 8.7*.7 pr. उपस्थाय महानागं 3.262. 37'. उपस्थाय स तं विप्रः 5. 116. 21". उपस्थास्यति पाण्डव 3. 163. 48. उपस्थास्यति राजेन्द्र 5.583*. 1 pr. उपस्थास्यति सा त्वां वै 3. 287. 11". -472
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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