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________________ उपधानेन दत्तेन ] श्लोकपादसूची [उपपन्नो महारथैः उपधानेन दत्तेन 6. 115.44". उपधाभिरवञ्चिताः 2. 5. 104". उपधाभिः परीक्षितान् 13. App. 15. 902 post. उपधायोपधानाग्य 11. 23. 19. उपधारितं तथा वापि 12.777*. 1 pr. उपधार्य मतं तेषां 12. 309. 12. उपधावदकश्चापि 1. 1651*. 11 pr. उपधिं शङ्कमानास्ते 13. 94. 37. उपनह्य परैवैरं 5. 144. 126. उपनिधिमिरसुखकृत्स परमनिरयगः 12. 309. 30. उपनिन्युर्महाराज 2. 47. 8. उपनिन्युस्तथा राज्ञे 1. 39. 25deg. उपनिषदुपाकरोत्तदा वै 12. 306. 1086. उपनिष्कम्य नगरात् 2.26. 12. उपनीतश्च सोऽभवत् 2. 28. 18. उपनीतं च तहष्टा 6. 116. 12. उपनीतं महर्षिभिः 3. 145. 34. उपनीतानि सत्कृतिम् 5. 36. 33. उपनीतां जनार्दन 2. 34. 18. उपनीतो व्रतपरः 13. 131. 34. उपनीयमानं युक्तं च 2. 33. 26deg. उपनीय यथान्यायं 13. App. 1A. 426 pr. उपनृत्तश्चाप्सरसां 8. 266*. 2 pr. उपनृत्यन्ति चाप्सराः I. 114. 43. उपन्यस्तमपन्यस्तं 9.56. 19. उपन्यस्य महातेजाः 3. 155. 250. उपन्यासप्रतापितान् 12. 101. 25d. उपन्यासोऽपसर्पाणां 12. 101. 15". उपन्यासो भवेत्तत्र 12. 235*. 1 pr. उपपत्तिं तु गर्भस्य 14. 17. 39". उपपत्त्या गुणान्विद्धि 12. 267. 13. उपपत्त्या तथापरे 12. 101. 2. उपपत्त्या यतिस्तूष्णीं 14. 28. 276. उपपत्त्या हि संपन्नः 12. 254. 52%. उपपत्त्या हि संपन्नान् 12. 255. 41. उपपत्त्युपपन्नाथैः 3. 285. 14". उपपत्त्युपलब्धिभ्यां 12. 230. 3. उपपत्त्योपलब्धेषु 12. 277. 11. उपपद्यति धर्मज्ञ 13. 120. 9". उपपद्यति मत्तश्च 3.364*. 1 pr. उपपद्यति संयोगात् 12. 292. 2. उपपद्यस्व कौन्तेय 3.78. 15. . उपपद्येत्कथं देव 5. 188. 9. उपपद्येद्धितं वचः 5.70. 93. उपपन्नमसंशयम् 12. 289. 281. उपपन्नमिति ब्रुवन् 1. 36.5*. उपपन्नमिदं पार्थ 5.7.35*. उपपन्नमिदं भद्रे 5. 176. 9". उपपन्नमिदं मातः 1. 150. 26". उपपन्नमिदं वाक्यं 5. 5. 1. 12. 52. 14". उपपन्नश्चिरस्थाद्य 1. 139. 5. उपपन्नस्त्वमेतेन 12. 107. 4". उपपन्नस्त्वया वीरः 1. App. 114. 369 pr. उपपनस्त्वया सह 1. 1188*. 1 post. उपपन्नस्य सर्वशः 12. 170.9%. उपपन्नं कुरुश्रेष्ठे 4. 67. 10%.. उपपन्नं च पाञ्चालि 2. 62. 19". उपपन्नं तु दग्धेषु 1. 1471*. 1 pr. उपपत्रं ममानध 4. App. 33. 4 post. उपपन्नं महाप्राज्ञे 1. 194. 23". उपपन्नं महाबाहो 2. 23. 21". उपपन्नं महाभाग 14. 57. 34. उपपन्नं महाशस्त्रैः 5. 179. 11". उपपत्रं यदृच्छया 14. 46. 19. उपपन सतामेत 1. 148.20. उपपन्नं हि तस्य तत् 7. 1098*.9 post. उपपन्नं हि मन्येऽहं 1. App. 79. 70 pr. उपपन्नं हि यच्चेष्टा 12. 229. 12. उपपन्न हि यत्प्राज्ञः 12.227. 180.. . उपपन्नः परंतप 3. 165.7. उपपन्ना त्वया भैमी 3. 75. 14".. उपपन्ना द्विजश्रेष्ठ 14. 55. 17deg. उपपन्नान्गुणैः सर्वैः 3. 50. 9. उपपन्नान्बहून्कामान् 1. App. 73. 29 pr. उपपन्नान्सुखान्भोगान् 13. 132.56. उपपन्ना महेष्वासैः 5. 88. 45. उपपजां गुणैः सर्वैः 1. 93. 15. उपपन्नां च तां साध्वीं 12. 347. 2. उपपन्नाः सुपूजिताः 12. 84. 44. उपपन्नेन वाक्येन 12. 14.7. उपपन्नो गुणैरिष्टैः 3. 50. 1. उपपन्नो गुणैः श्रेष्ठः 5. 143. 120. उपपन्नो गुणैः सर्वैः 3. 298. 24". उपपन्नो गुरुकुले 13. 90. 280. उपपन्नो नरो यायात् 15. 12. 69.. उपपन्नो महारथैः 5. 52. 94. -467 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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