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________________ इत्येवं शत्रुकशन] श्लोकपादसूची [ इदममृतमनन्तमप्रमेयं REEEEEEEEE REEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEE इत्येवं शत्रुकर्शन 12. 289. 3. इत्येवं श्रुतमसामिः 4. 509*. 1 pr. इत्येवं सप्तदशकः 12. 768*. 1 pr. इत्येवं समचिन्तयत् 3. 69. 26'. इत्येवं स महातेजाः 7. 48. 35. इत्येवं स मुनिः श्रीमान् 12. App. 17A. 54 pr. इत्येवं संघशस्तदा 3. 856*. 12 post. इत्येवं संप्रवर्तन्त 12. 79. 11". इत्येवं संशयो लोके 14. 18. 23. इत्येवं सा समादिष्टा 3. 239*. 1 pr. इत्येवं सुकृतं मन्ये 14. 93. 30deg. इत्येवं सुहृदः सर्वे 2. 12. 16". इत्येवं सुहृदो नाम 12. 56.55. इत्येवं सैनिकाः प्राहुः 4. 660*. 1 pr. इत्येवं स्थापयेन्मनः 12.28. 40". [इत्येवं स्वयंभूर्भगवानुवाच 12. 161. 44. इत्येवं हृदयग्रन्थि 12. 241. 6". इत्येवं हृदि संकल्पं 2. App. 21. 1102 pr. इत्येवं हेतुमिस्तस्य 12. 28. 7. इत्येवं हेतुमास्थाय 12. 160. 29deg. इत्येष कथितः स्वर्ग्यः 13. App. 15. 3034 pr. इत्येष क्षत्रधर्मस्य 12. 136. 194". इत्येष ते ग्रहोद्देशः 3. 219. 580. इत्येष त्रिविधो ग्रहः 3. 219. 554. इत्येष त्रिविधो वधः 13. 116. 384. इत्येष दण्डो विख्यातः 12. 122. 53. इत्येष निश्चयोऽस्माकं 4.806*. 1 pr. इत्येष पूरोवंशस्तु 1. 90.96". इत्येष प्रथमः कल्पः 12. 160. 86. इत्येष लक्षणोद्देशः 13. 63.36*. इत्येष वंशप्रभवः 1. 59. 370. इत्येष वंशः सुमहान् 3.212. 30%. इत्येष विदुषां नयः 14. 42. 24 .. इत्येष विनयक्रमः 13. App. 15. 889 post. इत्येष वृत्रमाश्रित्य 12.274. 599. इत्येष सप्तदशकः 3. 201. 19deg. 12. 316. 45. इत्येष समयः कृतः 9. 17.20. इत्येष सर्वभूतानां 1. 60. 68%. इत्येषा परमा श्रुतिः 12. 80. 16. इत्येषा पुरुषश्रेष्ठ 13. 92. 22. इत्येषा पौर्विकी श्रुतिः 14. 18. 274. इत्येषा भावजा बुद्धिः 12.228. 380. इत्येषा मे मती राजन् 2. 13. 68. इत्येषा वैदिकी श्रुतिः 12. 80. 9, 13. 14. 35. 38"; 36. 284. इत्येषा श्रूयते श्रुतिः 12. 80. 1503; 261. 54. इत्येषा ह्याहिताग्नीनां 14. App. 4. 2744 pr. इत्येषां निश्चयो ह्यासीत् 5. 54. 22. इत्यौपरमिकं देवि 13. App. 15. 2909 pr. इदमयं महाधनम् 14. App. 4. 2038 post. इदमङ्गिरसा पूर्व 13. 109. 670. इदमङ्गिरसा प्रोक्तं 13. 110.5". इदमङ्गिरसे प्रादात् 7.78. 19". इदमज्ञानमीदृशम् 14. 2. 186.. इदमत्यद्भुतं चात्र 3. 255. 53". इदमत्यद्भुतं चान्यत् 1. 53. 1". इदमत्यद्भुतं चासीत् 1. 114. 11". इदमत्यद्भुतं भीरु 3. 293.8% इदमत्यद्भुतं वृत्तं 13. App. 3A. 48 pr. इदमद्भिः समं प्राप्ताः 5. 97.20. इदमद्य करिष्यामि 12.220.984 इदमद्य कुलं श्रेष्ठं 5. 93. 5". इदमद्य कृतं मुने 3. 206. 2. इदमद्य मया लब्धं 6. 38. 136. इदमद्य महडुःखं 1. App. 88. 28 pr. इदमनुपधि वाक्यमच्छलं 12. 211. 480; App. 18. 112. इदमन्तरमित्येव 5. 185. 22.9. 41. 270. 13. 12. 6deg. इदमन्तरमित्येवं 1. 51. 16deg ; 217*. 5 pr. 13. 41. 1. इदमन्नं दुरात्मने 1. 152. 16. इदमन्यच्च कौन्तेय 14.88. 180. इदमन्यच्च देवर्षे 13. 38. 26deg. इदमन्यश्च भगवन् 12. 1. 180. इदमन्यच्च राजेन्द्र 9.37.33%. इदमन्यत्कृताकृतम् 12. 169. 19. इदमन्यत्तु वक्ष्यामि 13. 116. 48%. इदमन्यत्तृतीयं ते 12. 308. 650. इदमन्यत्परं पश्य 12. 318. 43. इदमन्यत्प्रवक्ष्यामि 5. 62. 20deg. इदमन्यत्समाधत्स्व 3. 37. 3. इदमन्यद्रहस्यं ते I. App. 102. 19 pr. इदमन्यन्महाराज 12. App. 1. 1 pr. इदमपरमुपस्थितं पुनः 8. 26. 69deg. इदमभ्यधिकं राजन् 3. 34.73". इदममरवरात्मजस्य घोरं 3. App. 6. 159. इदममृतपदं विदेहराजः 12.212.51". इदममृतमनन्तमप्रमेयं 13. 175*. 1. -403
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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