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________________ इत्युपांशुव्रतं मम] लोकपादसूची [इत्येतन महाद्भुतम् / इत्युपांशुव्रतं मम 8. 49. 90. इत्युपेक्षेत तत्तथा 13. App. 15. 4132 post. इत्युलूकस्य संनिधौ 6. 103. 354. इत्युवाच कृताञ्जलिः 10. 7. 53". 13. 123. 19". इत्युवाच कृपस्तदा 4. 28. 1. इत्युवाच जनार्दनः 2. 40. 194. 3. 13. 374. इत्युवाच धनंजयम् 3. 176. 48. इत्युवाच नृपं मुदा 3. App. 25. 51 post. इत्युवाच परंतपः 9. 4. 24. इत्युवाच पुरंदरः 12. 219.24. इत्युवाच बृहस्पतिम् 1. 26. 33d. इत्युवाच महद्भुतम् 1. 155. 40". इस्युवाच महाद्युतिः 6.504*. 1 post. इत्युवाच महीपतिः 1. 65. 11. इत्युवाच यशस्विनी 14.79.84. इत्युवाच युधिष्ठिरम् 12. 20. 14. इत्युवाच युधिष्ठिरः 12. App. 4. 2 post. इत्युवाच विभीषणम् 2. App. 17. 48 post. इत्युवाच वृकोदरम् 7. 102. 794. इत्युवाच शतक्रतुः 12. 220. 134,884. इत्युवाच स तापसः 3. 109.9. []त्युवाच स पुनः पुनः 5. 193. 390. इत्युवाच सहद्विजान् 3. App. 17. 2 post. इत्युवाच सुदुर्मनाः 2.64.4. इत्युवाच स्वयं शक्रः 9. 303.1pr. इत्युवाच हि मां कुन्ती 4. 382*. 3 pr. इत्युवाचाथ भार्गवः 13. 52. 31*. इत्युवाचाविचारयन् 1. 75. 14. इत्यूचतुररिंदमौ 6. 17. 6. इत्यूचिवान्ब्राह्ममसह्यमस्त्रं 8. 65. 24. इत्यूचिवांस्तं स मुमोच बाणं 8. 67. 21". इत्यूचुर्बहवस्तत्र 2. 33. 4. इत्यूचुश्च तदा देवाः 1. App. 114. 302 pr. इत्यूचुस्तत्र विस्मिताः 7. App. 8. 718 post. इत्यूचुस्तं महाराज 12. 166. 19deg.. इत्यूचुस्ते महर्षयः 18. App. 2. 18 post. इत्येकतद्वितपातितम् 12.328. 41". इत्येके निश्चिता बुङ्ख्या 13. App. 15. 4209 pr. इत्येत एकादश पाण्डवानां 1. 905*. 1. . इत्येतच्छक्रवचनं. 12. 99. 500. इत्येतच्छ्रोतुमिच्छामि 12. 234. 11. 13. 66.20. [इत्येतस्कृते ज्ञानविधिः प्रवृत्तः 12. 194. 10'... इत्येतत्ते मया प्रोक्तं 8, 29. 40deg. . .... llllllllllllllll इत्येतत्ते महाराज 6. 13. 46". इत्येतत्रयमेकतः 13. 148. 16. इत्येतन्त्रितयं तथा 14.84*. 3 post. इत्येतत्प्रणयात्तात 14. 65. 250. इत्येतत्प्रतिजानामि 4. 2.8". इत्येतत्सत्यवाक्यस्य 13. App. 20. 441 pr. इत्येतत्सर्वदानानां 13. 61. 93. इत्येतत्सर्वदेवानां 12. 201. 236. इत्येतत्सर्वमाचक्ष्व 13. 2. 3. इत्येतत्सर्वसाद्गुण्यं 13. App. 15. 1761 pr. इत्येतत्सात्त्विकं वृत्तं 14. 38. 14". इत्येतत्सूतषट्शतम् 4.22.29. इत्येतदखिलं सर्व 13. App. 16. 252 pr. इत्येतदनदानस्य 13. 65. 63%. इत्येतदपि भूतानां 12. 148. 30. इत्येतदविचारितम् 14. 48. 10. इत्येतदसुरेन्द्राय 13. 101. 64". इत्येतदाख्यातमहीनसत्त्व 12. 271. 556. [इत्येतदाचक्ष्व मेऽनघ 12. 180. 11'. इत्येतदादिपर्वोक्तं 1. 2. 950. इत्येतदिह संख्यातं 12. 177.20deg. इत्येतदुक्तं भवता 12. 121. 4". इत्येतदुभयं तात 1. 1624*. 1 pr. इत्येतदृषिणा प्रोक्तं 13. 7. 32". [इत्येतदेव निबोध मे 13. 49. 134. इत्येतद्गोप्रदानं च 13. 65. 53. इत्येतदोषु मे प्रोक्तं 13. 51. 34. इत्येतद्धर्मनिश्चयः 5. 194. 10. इत्येतद्धास्तिनपुरे 12. 170. 23. इत्येतद्वलिना गीतं 12. 218. 386. इत्येतबहुविस्तारं 13.729*. 1 pr. इत्येतद्वतो राजन् 13. 9. 13. इत्येतद्भूमिदानस्य 13. 65. 35deg.. इत्येतद्वचनं श्रुत्वा 12. 391*. 2 pr. 13. 1.76%3; 34. 28*.. 14. 66. 12%; 88. 21". इत्येतद्वचनाद्राजा 14. 88. 16deg.. इत्येतद्वः प्रतिज्ञातं 4. 90*. 1 pr. इत्येतद्विविधाकारं 3. 217. 14"; 1064*. 1 pr. इत्येतद्विष्णुमाश्रित्य 13. App. 3. 174 pr. इत्येतद्द्वमाश्रित्य 12.273. 63%.. इत्येतद्वो मयाख्यातं 4. 1. 23deg. इत्येतन महाद्भुतम् 2. 38. 11'.. ..... -399 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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