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________________ भातिथेयगृहं प्राप्य ] महाभारतस्थ [आत्मकीर्त्यर्थरक्षात् आतिथेयगृहं प्राप्य 7. 85. 23deg. आतिथेयविधिश्चैव 13. App. 3. 13 pr. आतिथेयसमन्धिता 12. 347. 6. आतिथेयस्य बान्धवाः 12. 346. 4. आतिथेयं परं तीर्थ 14. App. 4. 3140 pr. आतिथेयं सदा भवेत् 13. App. 15.513 post. आतिथेयाः सदा सौम्याः 14. App. 4. 2739 pr. आतिथ्यकर्माभ्युत्थाय 8. 93 *. 1 pr. आतिथ्यमकरोत्तदा 3. 97.26. आतिथ्यमिह यत्नतः 12. 142. 25. आतिथ्यं कृतम स्माकं 13. App. 14. 503A 1 pr. आतिथ्यं गृहमागते 12.374*. 1 post. आतिथ्यं च कृतं तेषां 3. 82. 13. शातिथ्यं च न संशयः 1. 1759*.2 post. आतिथ्यं दत्तमिच्छामि 13.2. 49%. भातिथ्यं दीयतामेतत् 5. 94. 20%. भातिथ्यं परमं कार्य 13. 20. 180. आतिथ्यं प्रतिगृह्णन्ति 14.27. 156. आतिथ्यं प्रशमो दमः 13. 128. 54deg. आतिथ्यं सततं कुर्यात् 13. App. 14. 293 pr. आतिथ्येन च मानवान् 13. 100.6. आतिथ्येन तथा वैश्यः 13. App. 10. 139 pr. आतिथ्येन भ्यमन्त्रयत् 3. App. 25. 17A 2 post., 18 post., 64 post. आतिथ्येनाभ्यपूजयत् 12. 167. 15t. आतिष्ठश्रमतत्परः 12.205. 14. आतिष्ठत धनाधिपः 3. 158. 354. भातिष्ठत परंतपः 9.53. 364. आतिष्ठत रथं शौरिः 5. 92. 14. आतिष्ठतु पराक्रमम् 9.333*. 1 post. आतिष्ठत्परमं यत्नं 13. 40. 54. आतिष्ठ दिव्यं पन्थानं 12. 92. 53. आतिष्ठद्वलिनां वरः 3. 272. 124. आतिष्ठस्तप एकेन 3. 13. 14. आतिष्ठस्व स्वभावतः 1. App. 46. 23 post. आतिष्ठास्त्रमनुत्तमम् 8. 66.57". आतिष्ठेत मुनिमौंनं 1. 86. 14. आतिष्ठेत शचीपतेः 2. App. 21. 887 post. आतिष्टोत्तिष्ठ भारत 6. 26. 424. आ तुम्बादवसीदन्ति 8. 19. 320. आतुरस्य कुतो निद्रा 10. 4. 21". आतुरस्य च किं मित्रं 3. 297. 44. भातुरस्य मिषमित्रं 3. 297. 45. आतुरस्यौषधैः कार्य 14. App. 4. 372 pr. आतुरः शोकसंतप्तः 7. App. 8. 445A 2 pr. आतुराणां परित्यागः 8. 30. 83. आतुराश्च चिकित्सकम् 5. 183*. 6 post. आतुरास्तत्र नीयन्ते 2. 426*. 3 pr. आतुरेष्वपि कार्येषु 13. 124. 18. आतुरेऽहं भयत्राता 5. App. 4. 16 pr. आतुरो दुःखितो वापि 14. App. 4. 2396 pr. आतुरो मुच्यते रोगात् 12. 327. 103. आतुरो मे मतो राजा 8. 43. 21. आतृप्यत्सुमहाहवम् 4. 916*.3 post. आत्तकार्मुकनिस्त्रिंशान् 3. 158. 30%. आत्तकार्मुकनिस्त्रिंशाः 1. 218. 35%. आत्तगन्धा तदा भूमिः 12. 225. 3. आत्तमात्तं पुनः पुनः 6. 114. 25. आत्तमात्तं महारणे 6. 114.481. आत्तमात्तं महाराज 7. 141. 50% भात्तशस्त्रस्य मे युद्धे 5. 158. 35%. आत्तशस्त्रस्य समरे 8.6.42deg. आत्तशस्त्रस्य संग्रामे 5. App. 9.91 pr. आत्तशस्त्रस्य हि रणे 7. 118. 250; App. 13. 38 pr. आत्तशस्त्रान्रणे दृष्ट्वा 5.78. 10. आत्तशस्त्रारणे यत्तान् 6. 104. 30%. आत्तशस्त्रा रथगताः 2.66. 11". आत्तशस्त्राश्च सुहृदः 6.93.250. आत्तशस्त्रै रथगतैः 9. 31. 100. आत्तशस्त्रैरुदायुधैः 9.22.54. आत्तशस्त्रो रणे यत्तः 6. 103.71". आत्तसंनाहशस्त्रं च 6.72.40. आत्तसंनाहसंपन्नं 7. 89. 4. आत्तायुधस्योत्तमबाणपाणेः 3. 120. 16deg. आत्तायुधं मामिह रौहिणेय 3. 120. 10%. आत्तायुधः सुसंक्रुद्धः 7. 153. 6*. आत्तैश्वर्यो धृतराष्ट्रः परेभ्यः 5. 26. 18. आत्थ दुर्योधनं प्रति 15. 15. 26deg. आत्मकर्मक्षयाहिं 13. App. 15. 2270 pr. आत्मकर्मापराधजम् 3. 245. 3. आत्मकामानुवर्तकः 13. 118. 24". आत्मकार्यगरीयस्त्वात् 7. 52. 13. आत्मकार्य कृतं मेने 5. App. 9. 19 pr. आत्मकार्य च सर्वेषां 8. 998*.5 pr. आत्मकीर्त्यनुरक्षणात् 1. 155. bf. आत्मकीर्त्यर्थरक्षणात् 1. App. 79. 146 post. -314
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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