SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 282
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ अस्माद्विमुक्तं संग्रामात् ] महाभारतस्थ [अस्माभिः किल जातस्त्वं अस्माद्विमुक्तं संग्रामात् 5. 88. 60". अस्माद्वीरक्षयात्पुरम् 9. 175*.2 post. अस्मानध्यापयस्वेति 9,50.44. अस्माननिष्ट्वा ऋतुभिः 9.52. 11'. अस्मानन्तकरान्धोरान् 12. 33. 8. अस्मानपि च दुष्टात्मा 1. 135. 11'. अस्मानपि जधानाशु 7.51.3. अस्मानपि महाराज 3.91. 3". अस्मानप्यनयन्तस्मात् 10.2.28. अस्मानभिगतश्चासि 12.316.64. अस्मानभिगतैः कामात् 6.72. 13. अस्मानभिसृतैः कामात् 7. 89. 10. अस्मानभ्यागमन्पार्थाः 8. 8. 13". अस्मानमी धार्तराष्ट्राः 3.31.16. अस्मानयमतिक्रम्य 1. 180.20. अस्मानयं सुविश्वस्तान 1. 136. 3". अस्मानरक्षद्यो देवः 1. App. 81.24 pr. अस्मानाख्यात शौरये 1. App, 103.203 post. अस्मानापततश्चापि 9. 17.359. अस्मानापदुपस्थिता 12. 136. 364. अस्मानासाद्य संजातं 9.23. 18. अस्मानाइय संयुगे 5. App. 12.96 post. अस्मानिह चिरोषितान् 3. 232. 4. अस्मानुत्सृज्य राज्यं च 15.22.230. अस्मानुपगता वीर 14.51. 48. अस्मानृते नास्ति तवोपलब्धिः 14.29.20. अस्मानेको वृकोदरः 1. 1308*. 2 post. ; App. 73. 3post. अस्मानेवाभिकर्षन्त: 3.237. 11'. अस्मानेवोपजीवस्त्वं 7.69. 14". अस्मान्कृत्वा प्रदक्षिणम् 1. 133. 15. 2. App. 43. 40 post., 97 post. अस्मान्क्लेशो दुरासदः 3.255. 37. अस्मान्न कश्चिन्मनसा 12.323. +f.. अस्मान्न त्यतुमर्हसि 15.22.201. अस्मान्न त्वं सदाभक्कान् 7.69. 134. अस्मानिरस्य राज्याच्च 4,911*.3 post. अस्माननमयं शास्ति 12. 11.6. अस्मान्यापकृतः सदा 15.33. 136. अस्मान्युनरमी नाद्य 5.51.23. अस्मान्प्रयाधते वीर्यात् 13.84. 48. अस्मान्बलवतो ज्ञात्वा 1. 193. 13. अस्मान्त विचेतसः 3. 220. 271. अस्मान्बूथ विमत्सराः 12. 41. 30. अस्मान्मानुष्यकालोकात् 14. App. 4. 708 pr. अरमान्मांसमधिकं वा कपोतात् 3. App. 21. 80. असान्युधि जनेश्वर 5.54. 184. अमान्युधि विनिर्जिव 4. 30. 70. अस्मान्योढ़ मुपागतः 4.42. 134. अस्मान्धस्य राधेप 6. 11.85 अस्मान्वा वं पराजिन्य 5. 17.124. 6. 70. 14. 9. 30. 330,63". अम्मान्धाप्यतिसंधाय 4.42. 12. अस्मान्या मोह आविशत् 4. 42.6. अस्मान्वेत्थ परान्धेत्य 5.70. 920. अस्मान्स छलयियति 3. App.25.135 post. अस्मान्समभिगर्जसि 5. App. 12. 103 post. अस्मान्समाक्षिप्य जगाद कृष्णाम् 4. App. 55. 12. अस्मान्संप्रतियास्यथ 2. 173*. 1 post. अस्मान्संस्पृश्य पाणिभ्यां 3.212*.2pr. अस्माभिरभिगुप्तस्य 9.29. 13. अस्माभिररिकर्शन 3. 109.6. अस्माभिरवितर्कितम् 3. 257.84. असमाभिरिति नो व्रतम् 1. 133. 14.2. App. 43.96 post. अस्माभिरिति मे मतिः 1. 1014*. 1 post. अस्माभिरुपमन्त्रितम् 5. 186. 12. अस्माभिरुषिताः सम्यक् 3.36. 31". अस्माभिरेव कर्तव्यः 3. App. 23.9 pr. अस्माभिरेव निकृतः 4.44. 17". अस्माभिर्निखिलं सर्वं 1.46.24. अस्माभिर्वाह्मणैः क्षत्रं 3.912*. 1 pr. अस्माभिर्भरतर्षभ 9.32.5. अस्माभिर्मङ्गलार्थाय 9.61. 350 अस्माभिर्यदनुष्टेयं 3.231. 15. अस्माभियोमाहवे 6.21.3. अत्याभियौवनेन च 1. 70. 364. अस्माभिर्वर्जितावेतो 13. 141. 174. अस्माभिर्धा जिता यूयं 2. 67. 114. अस्माभिवा बृहस्पते 12.323. 184. अस्माभिर्विचिता राजन् 3. 105. 150. अस्माभिर्विजयं प्रति 8.6. 11. अस्माभिर्हि न शक्यानि 3.91.36. अस्माभिश्च परित्यक्तं 2. App. 41. 45 pr. अस्माभिस्त्वत्कृतं महत् 9.55. 30'. अस्माभिः किल जातस्त्वं 3.219.44. -274 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy