SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 271
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ असितं देवलं च तम् ] श्लोकपादसूची [असिं समुद्धृत्य शितं सुधारं असितं देवलं च तम् 13. App.TA.5 post. 12.972.14. असितं सितकर्मस्थं 1.86. 15. असिभ्यां चर्मणी शुभ्रे 7. 117.3rf. असितं सितकर्माणं 12. App. 12.9 pr. असिभ्यां संप्रजबाते 7. 941*. 3 pr. असिता च सुबाहुश्च 1.5:). 4903; 114.524. असिमाकाशसंकाशं I. App. 99. 11pr. असितायतमूर्धजा 1.61. 94. असिमार्गविशारदः 10.8.63". असिताः सततं तदा 3. 179.24. असिमार्गान्बहुविधान 7. 72. 17. असितेन वसिष्टेन 12.66*. 1 pr. असिमीनां दुरासदाम् 7. 20. Bd. असितो देवलाश्चापि 6.263*.: pr. असिमुद्रहम्ताश्च 9. 41. 105. असितो देवलश्चैव 1. 48.8". 2. 125*. Dpr. 3. 83. 103. असिमुयम्य केशेषु 7. 110. 1:39. 7.69.45%App. 18.21 pr. 9. 48.230. असिमुद्यम्य पाण्डवः 1. App. 103. 156 post. 12.281. 15. 13. 18. 14; 65. 22. असियुद्धविशारदः 10. 8. 371 असितो देवलम्तात 12. 200.4". असियुद्धे गदायुद्धे 1. App. 80.7pr. असितो देवलस्तूर्णं 9. 19. 47. असियुद्धे. नियुद्धे च 6.72.4.. असितो देवलः पितॄन् 1. 1.64. 18.5.42. असिर्गदा धनुः शक्तिः 12. 121. 16". असितो देवलः पुरा 9. 49. 14. असिदास्यति मामकः 8.510*. 1 post. असितो देवलः सत्यः 2.4.84. असि मैप वीर्यवान 12.100.49. असितो देवलोऽब्रवीत् 3. 13. 4:34. 12.222. 44. असिर्विशसनः खड्गः 12. 160. 820. असितो देवलो राजन् 9. 10. 220. असिर्विशसनो धर्मः 12. 121. 19". असितो देवलो प्यासः 6.32. 136. असिलोमा च केशी च 1.59.22. असितो नाम पर्वतः 3. 87.". असिवेगप्ररुग्णास्ते 12. 100.56%. असितोऽपृच्छत तदा 9. 40. 44". असिशक्तिगदापूर्ण 7. 116." असितोमरपट्टिशान 8. 16. ". असिशक्तिगदाभृतौ 4.31. 214. असितो ह्यपि देवर्षिः 1. 94.734. असिशक्तिगदायुद्धे I. App. 80. 11Apr. असिद्धानुनये कृणे 4.142. i". 11. 15. 18. असिशक्तिगदारुग्णा 1. 17.12. असिद्धिः परमेतेभ्यः 12. 267.7. असिशक्तिगदेन्धनः 6. 102. 10%; 112. 65. असिद्धिः पापकृत्यं च 5. 262*3 pr.. असिशक्तिपरश्वधान् 3. 157.51. असिद्धौ निन्द्यते बापि 3. 33. 20.. अतिशक्तिशरेन्धनम् 4. 43. 13. असिना गदया शक्या 7.App. 8.263 pr. असिशक्त्यष्टिपाणयः 6. 19. 206. असिना तीक्ष्णधारेण 6.78.31deg3; 181*.2 pr.8.50.2. असिं च कालाङ्गमकोशमवणम् 4. 7. 14. असिना धनुषा शक्त्या 7.21.220. असि च दीप्तं परमा सुधं च 8. 26. 57. असिना धर्मगर्भेण 12 160. 67. असिं चिक्षेप समरे 6.92. 39". असिनापातक दुजम् 7. 13.54. असिं जवाह वीर्यशत् 7. 98.48d. असिना राक्षसोऽवधीत् 6. 86.60". असिं जगाइ समरे 7.90.29. असिना हर्तुमाहवे 7. App. 13. 34 post. असिं जग्राह संकुद्ध : 8. 49. 1. असिनैवैकधारेण 11.3*. 1 pr. असिं दृष्ट्वा द्विधा छिन्नं 9. 27. 364. असिपत्रवनं घोरं 13. 112.81". असिं धर्मस्य गोतारं 12. 160. 64". असिपत्रवनं च तत् 13. App. 3.60 post. असिं प्रवे के प्रतिमुच्य शाणके 4. 181*. 1. असिपत्रवनं चैव 18. 2. 230. असिं प्रासृजदाविध्य 7. 114.51. असिपत्रवने घोरे 13. App. 15. 2661 pr. असिं रुक्मत्सरुं शल्यः 2. 49. 96. असिग्रासायुधधराः 5.92.22. असि विकोशं गुरुभारसाहम् 8.62.20. असिमिछिद्यखानानां 8. 35. 37. 9. 22.656. असि विकोशं विमलं चकार 8, App. 30. 48; App. 32. असिभिः पटिशैः प्रासैः 4. 31. 90. 15(subst. ) 11. असिभिः पट्टिशैः शूलैः 3. 230. 284. 9. 22.7. असि समुद्धृत्य शितं सुधारं 8.61.6'. - 263 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy