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________________ अश्वत्थामा हतो ब्रह्मन् ] महाभारतस्थ [अश्वमेधशतैरीजे अश्वत्थामा हतो ब्रह्मन् 7. 161. 102". अश्वत्थामेति विख्यातः 1. Alp. . p. 4.61. 16. 7. 164. 101. अश्वत्थामेति सोऽद्यैषः 7. 167. 30%. अश्वत्थामेति हि गजः 7. 161. . अश्वत्थामेऽपि गच्छति 9.40:3*. 1 post. अश्वत्थामैव बालोऽयं 1. 121.11. अश्वत्थामोदितं बाक्यं 4. 1027*.pr. अश्वत्थाम्नश्च जननी 1.57.90%. अश्वत्थाम्नश्च संकल्पात् 8. 16.5*. अश्वत्थाम्नस्तथा तात 6. 85.4. अश्वत्थाम्नस्तथा भीम 2. 41.12. अश्वत्थाम्नस्तु चिक्षेप 7. 131. 41". अश्वत्थाम्नस्तु यधुई 8. 92*. 1 pr. अश्वत्थाम्नस्तु स रथं 4.931*. Spr. अश्वत्थाम्नः पुनबाणा: 4.51 140. अश्वत्थाम्नः प्रतिरथं 4. App.2.38 (subst.) 3 pr.; App. 53.3pr. अश्वत्थाम्नः शरानस्तान 8. 12.3M. अश्वत्थाम्नः श्रुतं कर्म 11. 1.30% App. 1.3pr. अश्वत्थामाः सनामानं 9.60.31. अश्वत्थाम्ना कृपेण च 7. 118. 314. 12. 14. 20'. अश्वत्थाम्ना च पापेन 10. 10.30. अश्वत्थाम्ना च पुत्रेण 1. 1356*.2 pr. अश्वत्थाम्ना च सहितं 1. 125.31". अश्वत्थाम्ना पूर्वतरं क्षतं च 8. APP. 19.6. अश्वत्थाम्ना मणिरत्नं च दत्तं 1. 1. 15:56. अश्वत्थाम्ना महात्मना 1. 151*. 1post. अश्वत्थाम्ना महाबलम् 7. 131.51. अश्वत्थाम्ना महाराज 8. 27*. + pr. अश्वत्थाम्ना मातुलेन 1. 192.9. अश्वत्थाम्नार्दितौ भृशम् 8.12.51". अश्वत्थाम्ना शल्यकृपादिभिश्च 5. 25.11. अश्वत्थाम्नासि मे समः 7. 69. 19. अश्वत्थाम्ना हतश्चापि 16. 36*.8 pr. अश्वत्थाम्ना हतस्तत्र 8.38*. 2 pr. अश्वत्थाम्ना हतो जातः 14.65. 16. अश्वत्थानि कृपा तेऽस्ति 8.51.55. अश्वत्थाम्न कृपेचव 6.85.360. अश्वत्थानिच कौरव्य 7.126.21". अश्वत्थानि तथा शल्ये 9.63.8M. अश्वत्थानि मुमोच ह 7. 135. अ. अश्वत्थानि यथा पुत्रे 5. 137.40. अश्वत्थाम्न स्थिते वीरे 2. App. 19.3 pr.; App. 20. + pr. अश्वत्याम्नि हते नैषः 7. 164. 6903 165. 111". अश्वत्थाम्न हृते हयैः 8. 12. 70. अश्वत्थान्ने च नकुलं 5. 161.60. अश्वत्थाम्नो महाराज 5.54. 49. अश्वत्थाम्नो विकर्णस्य 5. 122. 15. अश्वत्थैश्चिरबिल्यकैः 2. App. 21. 1313 post. अश्वत्थैः खदिर ताम् 2. App. 15. 13 post. अश्वत्थो न स्थितो यत्र 14. App. 4. 3131 pr. अश्वत्थो ब्राह्मणा गावः 14. App. 4. 3286 pr. अश्वत्थो मम रूपाणि 14. App. 4. 3283 pr. अश्वदेहमहाशिलाम् 4. 1010*. 1 post. अश्वनद्यामवासृजत् 3. 292.74. अश्वनद्यास्तदा जले 3.292.90,224. अश्वनागरथैश्चैव 12.99.31. अश्वपालोऽतिशोभनः 4.75.1 post. अश्वपृष्टेषु चाप्यन्ये 7. 159. 356. अश्वबन्धोऽथ नकुलः 4. 39.64. अश्वबन्धो भविष्यामि 4.3.24. अश्वभूमि प्रशंसन्ति 12. 101. 18%. अश्वमश्वं शतं गावः 12.29. 101". अश्वमश्वेन समरे 7. 799*. 1 pr. अश्वमायान्तमुन्मथ्य 14. 74. 3deg. अश्वमाश्विकमेव च 7.64.51'. अश्वमेधकतोस्तुल्यं 13. 72. 44. अश्वमेधचतुर्भागं 13 App. 14. 351 pr. अश्वमेधजिताललोकान् 13. 128.526. अश्वमेधफलं चापि 3.81. 124. अश्वमेधफलं लब्ध्वा 3.82. 39. अश्वमेधफलं लभेत् 3. 80. 1080; 81. 850; 82.6; 83. 33d; 425*. 1 post. 18. 47*. 2 post. अश्वमेधमवाप्नोति 3. 80. 60%, 129; 81. 9deg, 45; 82. 19, 26deg, 380, 40, 420, 50, 66,71%, 86%, 101%, 107deg, 119, 12, 126%, 133% ; 83.3%, 16, 18, 56deg; 412*.2 pr. ; 420*. 1 pr. ; 435*. pr. 13. 26. 11",339,536. अश्वमेधशतस्यायं 3. 83. 980. अश्वमेधशतं तेन 3. 81. 167deg. अश्वमेधशतं विभुः 7. App. 8. 451 post. अश्वमेधशतेनेष्ट्वा 12.29.84". अश्वमेधशतैरिष्ट्वा 1. App. 67. 30 pr. अश्वमेधशतैरीजे 1. 106. 5. 7. App. 8. 418 ( subst.) 13pr. " -250 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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