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________________ अशोभत यथा मत्तैः] महाभारतस्थ [अश्मसारमयं नून अशोभत यथा मत्तैः 5. 19. 18%. अशोभत रणे शल्यः 8. App. 1. 40 pr. अशोभत वनं तत्तैः 1. 64. 12. अशोभत सदो राजन् 2. 32. 14. अशोभत सरिच्छ्रेष्ठा 9. 36. 44. अशोभत हतो वीरः 7. 48. 14. अशोभताभिषिक्तो हि 6. 155*.7 pr. अशोभन्त तथा युक्ताः 8. App. 2. 99 pr. अशोभन्त नरव्याघ्राः 9.24.24. अशोभन्त महात्मानः 13. 14. 148. अशोभन्त महाराज 2. 19. 26. 6. 41. 43. 14. 91. 30. अशोभन्त महेष्वासाः 5. 197. 4. अशोभन्त यथा मेघाः 7. 162. 37deg ; 1278*. 1 pr. अशोभन्त रणे योधाः 7. 18. 14. अशोभन्त रणे राजन् 6. 83. 30F. अशोभयच नगरं 3.76.60. अशोभेतां महात्मानौ 10. 13.6. अशोभेतां महाराज 9.51. 176356. 33. अशोभेतां यथा दैत्य- 6. 83. 31. अशोषयत्तदात्मानं 7. 172.53. अशौचं चाकृतज्ञत्वं 14. App. 4. 3345 pr. अशौचं पानमेव च 13. App. 15. 2806 post. अशौचं विधिवत्तस्य 13. App. 14A. 80 pr. भनतो ह्यनपेक्षया 13. App. 15. 1440 post. अश्नाच्छन्स्वपश्वसन् 6.27.84. भश्नन्ति दिव्यान्दिवि देवभोगान् 6. 31. 20. भनन्नननंश्च तथैव धीरः 13. 143. 22. भभाति फलमूर्जितम् 12. 282. 114. भश्नाति सततं द्विजः 3. App. 21.34 post. भन्नामि प्रयतात्मनः 6. 31. 26t. अनाम्याच्छादयामीति 2. 46. 184. भश्नाम्याच्छादये चाहं 2. 45. 120. अभासि पिशितोदनम् 12. 124. 10%. भनासि पिशितादनम् 2. 45.9. अनीम यदुनन्दन 14. 70. 20. भश्नीयाहीर्घमन्तरम् 5. 127. 22. भश्नीयामिति कामये 5. 130.9. 12. 75. 184. अश्नुते पुरुषः सुखम् 5. 88. 47. अश्नुते महतीं श्रियम् 13. App. 5. 22 post. अनुवातेऽक्षयान्ध्रुवान 5.48. 21. अश्मकं नाम भामिनी 1. 113. 2.. अश्मकानृषिकांस्तथा 8. 5. 20%. अश्मकान्मूलकांश्चैव 2. 307*. 4 pr. अश्मकाः केकयाश्चैव 7. 61. 39deg. अश्मकाः पांसुराष्ट्राश्च 6. 10. 42". अश्मकुट्टाश्च तापसाः 9. 36. 45%. अश्मकुट्टास्तथान्ये च 13. App. 15. 705 pr. अश्मकुट्टास्तथापरे 12. 236. 126. अश्मकुट्टैस्तथा दान्तः 13. 130. 11'. अश्मकूटमिवाश्मनि 7. 64. 124. अश्मन्द्रः कृतत्वरः 7. 273*. 1 post. अश्मको नाम राजर्षिः 1. 168. 23. अश्मको हेमशृङ्गीश्च 2. App. 33. 36 pr. अश्मगां महागदाम् 6. 80. 26deg. अश्मगीतं नरव्याघ्र 12.28.2". अश्मचूर्णैः समाकीर्णाः 7. 97. 426. अश्मना चरणं भित्त्वा 13. 130. 49. अश्मना नाशयेल्लोहं 12. App. 10. 18 pr. अश्मनां पततां चैव 8. 19. 250. अश्मनां भिद्यमानानां 7.700*. 1 pr. अश्मनो लोहमुत्थितम् 1. 1423*. 1 post. 5. 15. 320; 38. 13. 12. 56. 24deg; 79. 22. अश्मनो हृदयं नास्ति 3. 133. 26deg3; 297. 43. अश्मभिश्च समावृतम् 1. 63. 13. अश्मभिश्चाप्यवर्षन्त 12. 160.520. अश्मभिः पादवेगैश्च 1. App. 93. 31 pr. अश्मभ्य इव काञ्चनम् 5.34. 300. अश्मयुद्धमजानन्तं 7.97.30. अश्मयुद्धेषु कुशलाः 7. 97.30*. अश्मरीशर्करादिभिः 13. App. 15. 1818 post. अश्मवर्षमपोहन्त 12. 272. 19. अश्मवर्षमिवाचलः 7.781*.3 post. अश्मवर्षमिवात् 7. 13.563 20.27. अश्मवर्षे च वायुं च 5. 60. 136. अश्मवधं तु तद्वोरं 7. 153. 20. अश्मवर्षे विशातवान् 3.851*. 1 post. अश्मवर्षे सुतुमुलं 7. 153. 19deg. अश्मवर्षेण देवेन्द्र 12. 272. 18. अश्मवृष्टिभिरत्युग्रः 7. 131. 71deg ; 150. 70%. अश्मवृष्टिमिवाकाशात् 4.57. 13. अश्मवृष्टिरिवाकाशे 6.66.6. अश्मवृष्टिरिवाभाति 3. 234. 14. 6. 58. 39. अश्मवृष्टिं महाघोरां 7. 698*. 4 pr. अश्मवृष्टिं समन्ततः 7. 97. 39". अश्मसारमयं दिव्यं 8.66.580. अश्मसारमयं नूनं 3. App.31.20 pr. 6. 115. 4". - 16
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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