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________________ अयाचितमसंक्लप्तं] श्लोकपादसूची [अयुध्यत महावीर्यैः अयाचितमसंलतं 14. 46. 19. अयाच्यमर्थ न च संशृणोमि 3. App. 21. 54. अयाच्यमानां च वरैः 3.277.31". अयाच्यं चैव याचन्ते 12. 56.50%. अयाच्यानि च याचन्ति 13 App. 15. 1321 pr. अयाज्यमपि याजयेत् 12. 128.21. अयाज्ययाजनं चैव 12. 35. 10. अयाज्यस्य भवेत्विक् 13.95.69. अयाज्यं क्षत्रियो व्रात्यं 13.48. 100. अयाज्यं माममानुषम् 14. 16*. 1 post. अयातयाम सर्वेभ्यो 3. 114. 11". अयातयित्वा वैराणि 3. 36.7. अयुक्तमस्मानेवं त्वं 3. App. 15. 135 pr. अयुक्तमिव पश्यामि 7. 134. 66". अयुक्तरूपं हि करोति कर्म ते 4. 13. 8. अयुक्तं कृतमद्य वै 3. 126. 214. अयुक्तं कृतवत्यः स्म 1.209.2. अयुक्तं कृतवान्नुप 15. 15. 164. अयुक्तं तत्त्वया कृतम् 3.205.71. अयुक्तं तु मया वक्तुं 4.532*. 1 pr. अयुक्तं देवराजस्य 12.637*. 4 pr. अयुक्तं निष्कलं शुद्धं 13. App. 11. 438 pr. अयुक्तं प्राकृतो यथा 4. 1144*. 40 post. अयुक्तं बहु भाषन्ते 13. App. 15. 2859 pr. अयुक्तं सत्सु तज्ज्ञेषु 13. App. 15. 4443 pr. अयुक्तः कामकारेण 6.27. 12. अयुक्तः प्राकृतः स्तब्धः 6. 40. 284. अयुक्तामात्मनः पूजां 2.31. 194. अयुक्ताश्च प्रवर्तन्ते 6. 2. 276. अयुक्तैरसमञ्जसैः 12. 308.76. अयुक्तैस्तव संबन्धे 1. 146. 11. अयुजकालधर्मणा 5. 118. 124. अयुञ्जमेव चैवाहं 5. 186. 20. अयुतस्य तु दानेन 18. App. 1. 11 pr. अयुतं गा द्विजातिभ्यः 1. 213. 62deg. अयुतं च ददौ प्रभुः 13. 14.57. अयुतं च नदीजानां 2. App. 33.52 pr. अयुतं च पदातीनां 5. 197. 13. अयुतं चैव पत्राणां 3.323*. 1 pr. अयुतं तत्र योधानां 8. 37. 350. अयुतं त्रीणि पद्मानि 2. 48. 36". अयुतं दन्तिनां साधं 7. App.23.24 pr. अयुतं नियुतं चाहं 12. App. 17C. 103 pr. अयुतं प्रयुतं चैव 2. 58. 30. अयुतं प्रापतद्भुवि 3. 221. 51'. अयुतं प्रेषयामास 6. 101. 11. अयुतं भोजयामास 2. 4. 1. अयुतं हन्ति भारत 5.54.54. अयुतानां शतं समाः 13. 110. 834. अयुतानि गवां दश 12.216.210. अयुतानि च चन्द्रान् i13. 124*. 1 pr. अयुतानि च तत्रासन् 10. 8. 134. अयुतानि चतुर्दश 7. 22. 594. अयुतानि च पञ्चाशत् 13. 110. 284. अयुतानि च विंशतिम् 13. 106. 11'. अयुतानि ददान्यष्टौ 1. 155. 21". अयुतानि महायशाः 2. App. 21. 441 post. अयुतानि सहस्रशः 7. App. 8.834 post. अयुतान्यथ खर्वाणि 5. 181. 34. अयुतान्यददं दश 13. 106. 16. अयुतान्पर्बुदानि च 6. 110. 23. 13. 15. 24. अयुतायुतं तथा पद्मं 13. 110. 58. अयुतायुश्च संक्रुद्धः 7.68.27. अयुतेन गजानां च 6.50.70; 167*. 1 pr. अयुद्धमनवस्थानं 7.85.960. अयुद्धमनसश्चैव 4. 43. 1.. अयुद्धमनसं चैव 9. 29. 26. अयुद्धमनसः परान् 7. 15. 49. अयुद्धमनसो ये च 1. App. 103.91 pr. अयुद्धमभिकाङ्क्षताम् 5. 70.69%. अयुद्धमव्यवस्थानम् 9. 30. 220. अयुद्धमाकाङ्कत कौरवाणां 5. 16*. 1. अयुद्धं वै तात युद्धाद्रीयः 5. 26. 1. अयुद्धं सौम्य भाषस्व 5. 31. 11. अयुहार्थिनि कौरवे 9. 29. 25. अयुद्धेन निवृत्तिं च 5. 192. 136. अयुद्धेन प्रशमयतोत्पतन्तम् 2. 56.74. अयुद्धेनापि शुश्रुमः 2. 16. 24. अयुद्धेनैव विजयं 12.95. 1". अयुद्धे वा वर्तते धर्मतनं 5. 29. 19". अयुवा च चमूमुखे 2. 51. 2. अयुबैव नियोगान्मे 12. 107. 15. अयुध्यत बलवीरैः 1. App. 103. 150 pr. अयुभ्यत महातेजाः 1. 61.70%. अयुध्यत महावीर्यः 6. 105. 3. अयुध्यत महावीर्यैः 6. 111. 1. - 199 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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