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________________ अमजल्यध्वजं दृष्ट्वा ] श्लोकपादसूची [अमर्षणं निकृतिसमीरणेरित अमङ्गप्पध्वजं दृष्ट्वा 6. 103. 74. अमङ्गल्यध्वो तस्मिन् 6. 103. 7800. अमझख्यमपुटीक 13. App. 14. 316A 22 pr. अमङ्गन्यानि चैतानि 13. 107. 1084. अमत्सरत्वं प्रतिगृह्य चार्थ 12. 296. 30deg. अमत्सरी सर्वलिङ्गिप्रदाता 12.61. 12. अमनुष्यनिविते 3. 61. 1234. 12. 117. 3. अमनुष्यप्रतापनः 5.56. 35. अमनुष्यान्महाबाहो 3. 185*.2 pr. अमनुष्यैहयैस्यस्तैः 7. 162. 43. अमन ज्ञाश ये गन्धाः 8. App. 37. 3 pr. अमनोशासुखा वाचः 12. 101. 320. अमनयत तेस्ती 5. 80*. 4 pr. अमन्त्रया मन्त्रिभिः 1. App. 79. 193 post. 3.241. 13". अमन्त्रयन्त ले सर्वे 5.9.51 अमन्यत च वीर्यशन् 13. 42. 1. अमन्यत जनार्दनः 15. 5.1. अमन्यत तदात्मानं 3.6.44. अमन्यत नलं पातं 3.73, 18. अमन्यत निशां तदा 7. 162. 27. अमन्यत पुनति 3. App. 25.35 pr. अमन्यत महातेजाः 9.30.27. अमन्यत महाबाहुः 3.296.35%. अमन्यत महाभाग 13.12.33. अमन्यत वधे युकान 3. 240. 30%. अमन्यत स धर्मात्मा 1. 169. 4. अमन्यत स पार्थिवः 8. 1. 20. अमन्यत सुतम्तव 9.7.17'. अमन्यत स्थितं ह्येनं 9.57. 381. अमन्यता नसमः 7.1:25.1. अमन्यन्त च पुत्रं ते 7.77. 32. अमन्यत बुधा बुद्धया 13. App. 15. 148 pr. अमन्यमानः क्षत्रिय किंचिदन्यत् 5.42. 13. अमन्यमाना राजेन्द्र 1. 605*. 5 pr. अमरत्वमपाहाय 3. 163. 456. अमरत्वस्य वा हेतोः 1. 1030*.2 pr.; App. 57. 25pr. अमरत्वं किलागमत् 12. 171. 5. अमरत्वं गताः कृष्ण 7. 124. 10. अमरत्वं तथास्तु तत् 3.259.22d. अमरत्वं ददानि ते 13.82.34. अमरत्वं ददामि ते 3. 259. 314. अमरत्वं ददौ तदा 2. App. 21.540 post. अमरत्वं दिवौकसाम् 3. 13. 51'. अमरत्वं धनेशत्वं 3.258. 15. अमरत्वं निगच्छति 5. 62. 24. अमरत्वं भवेदिति 13. App. 9. 117 post. अमरत्वं वशित्वं च 13. App. 15.738 pr. अमरत्वं सुरा जग्मुः 1. 16.28. अमरत्वं सुरूपत्वं 13. App. 9. 123 pr. अमरत्वात्तपोबलात् 13. App. 15.2131 post., 2228 post. अमरप्रतिमं नृपम् 1. 3. 189. अमरप्रतिमाः सर्वे 12. 14. 286. अमरं याज्यमासाय 14.7.14. अमराणां प्रभावेन 3.81.89. अमराणां हृदे मावा 3.81.89. अमरा दुदुहुर्देवीं 7. App. 8. 799B 1 pr. अमरान्वै निबोधास्मान् 3.52.3. अमरा ब्रह्मयोलयः 12. 329.9. अमरावतिसंकाशं 3. 170.256. अमरेशं पुरातनम् 3.514*. 1 post. अमरेशो महादेवः 13. 17. 90deg. अमरेणु नराविप 3. 81. 80. अमरेधिव देवेन्द्रः 4. 36. 320. अमरैरपि दुष्करम् 1. 225.8. अमरैरपि दुःसहम् 5. 3. 19. 7. 1009*. 25 post. अमरैः सह ते यान्ति 13. App. 15,696 pr., 714 pr. अमरैः सह मोदते 13. App. 15. 3444 post. अमरैः सह संवाति 3.395*. 1 pr. अमरोऽस्मीति यात 13. 41. 26. अमर्त्य इव मन्यते 12. 96. 20. अमर्त्य इव मर्त्यः सन् 11. 23. 21. अमर्त्य इव संमोहात् 9. 30. 29. अमर्त्यत्वं मत्समत्वं च राजन् 17. 3. 86. अमर्त्यस्य च मत्येन 12. App. 18.83 pr. अमर्त्यस्य हि मत्येन 12.211. 30deg. अमत्र्य याजयित्वाहं 14. 6. 80. अमर्याद योधयन्तः 8.617*.5 pr. अमर्यादामलोष्टकाम् 12. 101. 18. अमर्यादेन कामेन 4. 14. 1. अमर्पजनितक्रोधः 7. App. 8.52A2 pr. अमर्यजं क्रोधविषं वमन्तौ 3. 252. 19. अमर्षजो हि संतापः 3. 36. 11". अमर्षणश्च कौन्तेयः 5.50.50. अमर्षणं दुर्मतिं राजपुत्रं 5.64. 100. अमर्षणं धर्षयतः सुतं मे 1. 1. 151. अमर्षणं निकृतिसमीरणेरितं 8. 46. 484. पादसूची-24 - 185 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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