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________________ अभवद्विस्मयकरः] श्लोकपादसूची [ अभिगच्छेत्पृथूदकम् अभवद्विस्मयकरः 4.951*. 4 pr. अभवद्विस्मितो राजा !. 94. 25. अभवद्व्याकुलं भीत: 8. 45. 25. अभवन्धर्मबुद्धयः 1. 117.12. अभवन्नादिता भूमिः 9. 8. 15. अभवन्भोजराजस्य 2. App. 21. 897 pr. अभवन्मिश्रितं तोयं 1. App. 9.2pr. अभवन्ने भयं तीव्र 8.35.59. अभवन्मे मती राजन् 8.35.58. अभवन्यानि लिङ्गानि 12. 273. 1". अभवन्धिस्मिता राजन् 9.61. 15. अभवप्रतिपत्त्यर्थ 12.249.236. अभवल्लोमहर्षणम् 3. 230. 194; 271. 21. 8. 12.00%; 14.60; 20. 4. अभवं तत्र जानान: 13. 104. 184. अभवं लघुविक्रमः 13. App. 3A. 297 post. अभवंश्चामृतस्पशात् 1.30.20. अभवं स च तच्छ्रत्या 14.82. 16. अभवन्तस्य चत्वारः 3.258.7M. अभवंस्ताका दृष्ट्वा 7. 1009*. 17pr. [अभविष्यत्ते गतिश्च सा 13. 43. 14. अभविष्यन्महीक्षिताम् 12. 10.. अभविष्यं यदि पुरा 13. 8*.62r. अभविष्यः स्थिरो राज्ये 1. 129. 181. भभवो भवमात्मानं 12. 292. 48". अभव्ये पनृतेऽशुढे 1. 664*. 1 pr. अभव्यो भव्यरूपेण 3. 282. 30. [अभागः पुरुषतः क्वचित् 2. 14. 15. अभाग्यया मया नूनं 1. 112. 250. अभाग्यस्येव संकल्यः 7. 131.42; 150.11. अभाग्या यनु जीवामि 4. 19. 28. अभाग्यामपुण्याहं 4. 303*. 3 pr. अभाराततॊ नृपं विना 14. 142*.Dpost. अभाललोचनः शम्भुः 1. 8*. 2 pr. अभाव एषामपि सर्वतो भवेत् 8. 1024*7. अभावकरणं तस्मात् 3. 102*. 2 pr. अभावकरणो महान् 7. 100. 2243; 128. 14. अभावकृतनिश्चयम् 8. 49. 10. अभावनिधनान्ये 11.*.2 pr.; App. 1. 20pr. अभावभूतः स विनाशमेत्य 1. 85. 1. अभावमचिरेणैव 12. 68. 12. अभावमभिगच्छेयुः 12.249. 114 अभावं नेह गच्छेयुः 7. App. 8. 109 pr. अभावं हि विशेषेण 6. 3. 12". अभावः कर्मणां फलम् 5. 133. 25. अमानः सर्वभूतानां 3. 188.738. अभावः सुमहानरान् 6. 114. 105. अभावः स्थालमन्तत: 12.68.37. अभावः खादयं प्रातः 11.9.20. अभावः स्यान्न संशयः 13.337*.jpost. अभावाच्चैव दुग्धस्य 13. 100*. 1 pr. अभावादीनि भृतानि 11.7". I pr. App. 1. 19 pr. अभावाद्धादिष्व 12. 287. 10. अभावाय दिलान 8. 49. 30. अभावाय दिजर्षम. 7.700*. 1 post. अभावा। नराविव 7. 1173.1post. अभाव चादयोः पुत्रे 1. 1600*. 3 pr. अभाय चैव भारेच. 11:*. 1 pr. असावे वै वसुंधरा 7. 139. 44. अभायो नियती भवत् 8. 68.52. अभापत शुधिष्ठिरः 9. 156*. 2 post. अभास्करममावं 13. ATP BA. 192 pr. अभिकादन्ति नित्यतः 1S. App. 15.694 post., 712 post, अभिझामस्थवान्यः3.210.05. अभिकासं च नः सदा 6.72.2.7.89.2. अभिलामा सकानेग 1. App. 111.385pr. अभिकानां निरंतु 1.78.334. अभिनन् नृवीराणां 1.212.19. अभिकुन्डस क्रुद्धस्तु 9.:56. 36. अभिदः समान्तरे 7.8.46". अभिदा जला: 16.4.30. अभिवानभिनय 3.2016". अभिकोमान्ति भूतानि 7. 45. 20*. अभियान कुवार. 3. 16. 10. अभिगच्छत तं वाले 12. App. 29E. 226 pr. अनिमत संहत्य 12. App. 291.224 pr. अभिगच्छन्क्रमेण स 12,815.1. अभिगच्छन्ति तत्तीर्थ 0.8.. अभिगच्छन्ति भारत 3.1.4". अभिगच्छन्ति मानवाः 12.22. 10". अभिगच्छन्ति रान्द्र 3.50. 131. अभिवच्छन्नु चा ते 3.10.20. अभिनय महादेयं 3.2208. अनिनलाग सुत्रीचं 3.201.. अविगच्छामहेत 2 5. 112. G. अभिगच्छेत्पृथदकम् 3.81. 127. - 163 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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