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________________ अब्रवीत्साकशासनिः] श्लोकपादसूची [अब्रवीद्भरतश्रेष्ठं अब्रवीत्पाकशासनिः 1. App. 112. 4 post. 7.54.9%; 64. 21. अब्रवीत्पाण्डवं तत्र 7. 121. 15. अब्रवीत्पाण्डवान्सर्वान् 9.31.56%. अब्रवीत्पाण्डवांश्चैव 7. 140. 20. अब्रवीत्याण्डुनन्दनः 3. 237.4. अब्रवीत्पार्थिवश्रेष्ठम् 1. 114, 18%. अब्रवीत्पार्षतं राजन् 1. 122. 1. अब्रवीत्पावकश्चैनम् 1. 216. 220. अब्रवीत्पितरं तव 7. 165. 113. अब्रवीत्पितरं मातुः 5. 174. 24. अब्रवीत्पुण्डरीकाक्षं 1.2051.1pr. 7.59.78. अब्रवीत्पुण्डरीकाक्ष: 2.42. 57. 5. 149. 38. 10. 12.1". अब्रवीत्पुनरर्जुनः 4. App. 48. 27 post. अब्रवीत्पुनरेवात्र 8. 677*. 7 pr. अब्रवीत्पुरुषर्षभ 8.57. 24. 7. 87.d. अब्रवीत्पुरुषव्याघ्रः 1. 154. 14. अब्रवीत्पुरुषश्रेष्ठः 7. 152. 326. अब्रवीत्प्रणयादिव 8. 45. 28. अब्रवीत्प्रहसन्निव 1. 127.54. 7. 96. 13d. अब्रवीत्प्रहसन्प्रियम् 8.75*. 2 post. अब्रवीत्प्रहसनराजन् 8. 33. 36". अब्रवीत्प्रहसन्धाक्यं 7. 112. 136. अब्रवीत्प्राञ्जलिर्भीष्मं 12.50. 4. अब्रवीत्प्राञ्जलिर्वाक्यं 3.81.25.5.33.7. अब्रवीत्प्रीतमानसः 7. 4. 14. अब्रवीत्स प्रतीहारं 4. App. 22. 2 pr. अब्रवीत्समरे योधान् 6. 86. 27. अब्रवीत्समरे राजन् 6. 92. 20. अब्रवीत्समरे शूरं 6.51. 36. अब्रवीत्स महाबाहुः 8. 5. 50. अब्रवीत्समितौ तस्यां 6. 46. 316. अब्रवीत्समितौ मुहुः 7. 110. 18. अब्रवीत्सर्वतो यत्तैः 7.1.2. अब्रवीत्सर्वभूतेशः 4 1. 11. अब्रवीत्स हि तान्भ्रातृन् 1. 182. 150. 3. 244. 10. अब्रवीत्संजय सूतम् 3. 48. 1. 8. 4. 1. अब्रवीत्संनिधौ मातुः 3. 68. 20'. अब्रवीत्सारथिं क्रुद्धः 7. 144. 136. अब्रवीत्सारथिं पुनः 7. 91. 11. अब्रवीत्साश्रुनयना 5. 172. 19. अब्रवीत्साश्रुलोचनम् 6. 84. 384. अब्रवीत्सुमहातपाः 3. 287.6. अब्रवीत्सूतनन्दनः 8. 45. 31". अब्रवीत्सृष्टिमान्देवो 5. 126. 41'. अब्रवीत्स्वान्यनीकानि 6.50.82deg. अबवीदजितं जयः 7.27.. अनवीदथ संक्रुद्धः 9. 41. 35. अब्रवीदभिसंतप्तः 10. 6. 189. अब्रवीद्राभिसंपूज्य 5. 141. 1. अब्रवीदभिसंप्रेक्ष्य 7. 165. 18. अब्रवीदर्जुनं तूर्णं 8. 40. 85". अब्रवीदर्जुनं राजन् 7.76. 42. अब्रवीदर्जुनो राजन् 7. 155.5.8. App. 16. 4 pr. अब्रवीदायुधानीह 4. 159*. 4 pr. अब्रवीदितरां कन्यां 13. 44. 38, अबवीदिति मां भीष्म 1. 122. 286. अब्रवीदुत्तरः पार्थं 4. App. 49. 2 pr. अब्रवीदुत्स्मयन्निव 9. 18. 300. अब्रवीदुपपन्नाथ 3. 37. 25deg. अब दुपसंगम्य 5. 367*. 3r. अब्रवीदुशना काव्यः 1.77. 15. अब्रवीहतुपर्णस्तं 3. 70. 164. अब्रवीदृषिसत्तमः 1. App.55. 104 post. अब्रवीदेहि युध्यस्व 5.94. 23. अब्रवीदर्शयेति ह 1. 94. 284. अब्रवीदीर्घदर्शी तु 12. 135. 5. अब्रवीढ़ःखसंतप्तं 1. 49. 17. अब्रवीद्रोणपुत्रं तु 8. 30. 30deg. अब्रवीद्रौपदी दृष्ट्वा 4. 303*.pr. अब्रवीट्विजसत्तमः 13.51. 16. अब्रवीद्धर्मराजस्तु 7. 12.3. अब्रवीद्ध सती सदा 1.06. 47. अब्रवीद्वि महातेजाः 14. 75. 21". अब्रवीद्धृतराष्ट्राय 5.33.3. अब्रवीद्वाष्पगद्गदम् 3. 245. 114. अत्रवीद्वालिकं कृपम् 7. 38. 15. अत्रवीड्राह्मणश्रेष्ठः 1. 152. 15. अब्रवीद्राह्मणो वाक्यं 12. 192. 36. अब्रवीद्भगवान्साक्षात् 10.7.59. अब्रवीद्भगिनी तत्र 1 43.25. अब्रवीद्धगिनी किंचित् 13. App. 1A. 149 pr. अब्रवीद्भरतर्षभ 1. App. 58. 14 post. अत्रवीगरतश्रेष्ठ 5. 193.210.6. 101.25%. अबोगरतश्रेष्ठं 6.23.14.8.556*.2 pr. 13. 153. 18%. 14.91.86. - 159 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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