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________________ अपदस्थान्पद तिएन] श्लोकपादसूची [ अपरं कृत्रिमं श्रुतम् अपमानादहं विद्धः 3.597*. 1 pr. अपमृज्य पुनः पुनः 7. 166. 18. अपमृत्यु जयत्याशु 7. 1032*. 2 pr. अपयात इतो राजा 8. 45.580. अपयातम्ततस्तूर्णं 8. 38. 23deg; 44. 23deg; 60:5*. 1 pr. अपयातं रणं हित्वा 3. 19. 32". अपयातं रणात्सौते 3. 19. 19. अपयातं हतं पृष्टे 3. 19. 174. अपयाता महाराज 7. 48. 40". अपयातांश्च पाण्डवान् 8. 16. 4"; 41. 14. अपयाति परित्यज्य 13. App. 15. 2363 pr. अपयाति पुनः पुनः 7. 1108*. 1 post. अपयाति महात्मनः 9. 39. 254. अपयातु महारणात् 6. 93.8. अपयाते जयद्रथे 3. 255. 25. अपयाते ततस्तस्मिन् 8. 39. 37. अपयाते तु राधेये 4.50. 1". अपयातेऽसुरे तस्मिन् 3. 213. 15". अपदस्य पदैषिणः 12.231.2303; 254. 3203; 261. 214. 13. 111.74 अपदातिस्ततो गत्या 1. App. 36.62 pr. अपदान्तरमवीन 2. 15. 304. 3. 37. 4. 7. 16. 364. अपदेशस्तदद्भुतः 13. App. 15. 2611 post. अपध्याता च विप्रेण 3. 197... अपध्याति स पार्थिवः 13... अपध्यातो भगाता 1.91.64. अपध्यातो महत्तरैः 6. 11. 184. अपध्यानमलो धर्मः 12. 123. 9". अपध्यानादधर्मवित् 12.264.8. अपध्यानेन सा तेन 1. 224. 200. अपध्यास्यन्ति यद्देव 12. 250.. अपध्वस्तस्त्ववमत: 12. 123184. अपध्वस्तं क्षयागतम् 12.109.13. अपध्वस्ता दस्युभृता भवन्ति 12.74. 10%; 329.12. अपध्वस्तो ह्यवनतः 12. 13: 29. अपनिन्यू रणाजिरात् 1. ). 160". अपनिन्ये स्थान्तरम् 7. 131. 1324. अपनीतशल्यः सुभृशं 8. App. 18. 136 pr. अपनीतं घया दुःखं 3.275.47". अपनीतं महत्तात 7. 158. 1". अपनीतं महाद्युते !. 198.6". अपनीतं सुनीतं वा 6. 15.739. अपनीतं सुनीतेन 5. 30, 40". अपनीतास्मि भीमेण 5. 176.5M. अपनीते ततः पार्थे 7. 11.24. अपनीते तु योगेन 7. 16.5". अपनीते नरव्याघ्र 7.11.27. अपनीते महावते 6.50. 107. अपनीतो रणाजिरात् 6. 50. 106". अपनीतौ पदानुगैः 4.56.24. अपनीय च शल्यांरते 6. 82.536. अपनीय ततः सर्वाः 4. App. 6. + pr. अपनीयत्सु शल्येतु 7.75. 360. अपनीय मनोज्वरम् 1. 49.25. अपनीय महारथः 4. 41. . अपनीय युधिष्ठिरात् 15. 16. 23'. अपनीय स्वयं तद्धि, 12. 112. 45. अपनेतुं च यतिलः 1. 142.9". अपनेष्यामि गान्धारं 9.26.20%. अपभ्रष्टप्रवालाश्च 2. App. 28.28 pr. अपयातो रणाद्वीरः 8.635*.2 pr. अपयातो रणान्मम 4.55. 13. अपयातोऽसि कौन्तेय 8. 49.4". अपयातौ रणाजिरात 8.612*. 3 post. अपयानकृतोत्साहः 8.51.71". अपयानं च पाण्डवः 1. App. 114. 222 post. अपयानं ततश्चकः 8.21.37. अपयानं धनंजयः 1. App. 114. 323 post. अपयानं पुनः सोते 3. 19. 16%. अपयाने मतिं कृत्वा 1. 148. 20deg. अपयाने मनश्चक्रे 9.28. 18. अपयास्यामहे तावत् 9. 29. 60%. अपयास्यामि चेत्त्यक्त्वा 7. 131. 14. अपयास्ये कथंचन 8.57. 354. अपरज्ञः परां बुद्धिं 15. 42. 156. अपरन्ध्राश्च शूद्राश्च 6. 10. 46. अपरश्चापि दुर्धर्षः 7. 125.124. अपरस्तु तथा कश्चित् 13. App. 15. 1530 pr. अपरस्तु महाव्यूहः 2. App. 21. 905 pr. अपरस्परमव्ययम् 12.201.464. अपरस्परसंभूतं 6. 38. 89. अपरस्मिन्कथायोगे 13. 112. 111". अपरस्मिन्नथोद्देशे 18. 4. 4". अपरं कृत्रिमं श्रुतम् 13. App. 15. 2428 post. - 135 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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