SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 81
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 62 ] बाड़मेर-जिले के प्राचीन जैन शिलालेख (266) 10. श्रीआदिनाथजी श्वेतपाषाण लेख:... सं. 2011 मार्ग सु. 6 बुधे जाबालिपुरवा. सा. भीमराजने स्व. भार्या गजीश्रेयसे आदिनाथबिंब का. सा. जोधाजी मनीराम का. प्रतिष्ठायांम पं. कल्याणविजयगणिना मांडवला (270) 11. श्रीसुमतिनाथजी श्वेत पाषाण लेख: 2013 वर्षे माघ शुल्क: 10 रवि गोलनगरीय मु. ऋषभचन्द्रेन स्वपित जुहाराजी स्वमात देवीचन्द हस्तीमलयो स्वस्यब श्रेयार्थ श्री सुमतिनाथ : कारित : श्री पुजाजी पत्नया गजरां श्राविकया स्वपुत्र " देवीचन्द नेनमल चम्पालाल छगनलाल सहितयां कारितं प्रतिष्ठायां प्रतिष्ठितः ! पं. कल्याण विजयगरिण नामनि सौभाग्यविजयादिपरिवारेण / .. (271) .. 12. श्रीशीतलनाथजी लेख:- 2013 वर्षे माघ सु. 10 रवी गोलनगरीय मारणकजी पुत्र घेवरचन्द्रेण स्वमातु धापुश्रेयार्थ श्रीशीतलनाथसामी सा. पूजाजी भार्या गजरा श्राविका का. प्रतिष्ठाया प्रतिष्ठितः पं. कल्याणविजयगरिण नामनि सौभाग्य विजयादि। 13. श्याम पाषाण श्रीसुमतिनाथजी लेखः संवत 1468 वर्षे चेत्र सुदि 5 प्राग्वाट उसासी भं.। ..........श्रीसुमतिनाबिंब कारिता प्रतिष्ठितं / .. ... सिणधरी .. ... सिणधरा .. / थह. ग्राम बाड़मेर से पूर्व में बाड़मेर बालोतरा बस मार्ग पर पाया हुआ है / यहां पर एक तपागच्छ का दूसरा खरतरगच्छ का मन्दिर आया हुअा है। ... (273) .. ...... 1. श्री ऋषभदेव मन्दिर के मूलनायक जी पर लेख ॥ऋषभदेवजीबिंब स्थापितं ..... ........... .
SR No.032838
Book TitleBadmer Jile ke Prachin Jain Shilalekh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJain Shwetambar Nakoda Parshwanath Tirth
PublisherJain Shwetambar Nakoda Parshwanath Tirth
Publication Year1987
Total Pages136
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy