________________ ..... बाड़मेर-जिले के प्राचीन जैन शिलालेख . ..... [.. 36 . 4. पादुकाजी लेख. सं. 1962 शाके 1827 श्रीपीगलनाम संवत्सरे पोष मासे दिवसे बुधवासरे पुष्य नक्षत्रे ध्र वयोगे विवे करणे शुभ योगे श्री चितामरिण पार्श्वनाथ प्रतिष्ठा महोत्सवे श्रीजिनकुशलसूरिणां चरण पादुका स्थापितं भट्टारक जंगम युग प्रधान वृहत खरतरगच्छनायक प्राचार्य गच्छेश श्रीजिनसिद्धसूरीभिः कारितं गोपा बोहिथरा बाहड़मेर रावत हीरासिंघजी भाराणी वशे राज्य प्रधाना श्रीरस्तु / 5. पादुका लेख-- सवत् 1962 शाके 1827 श्री पिगलनाम संवत्सरे प्रवर्तमाने पोष मासे पुष्य नक्षत्रे बुधवासरे विवे करणे कुकल शुभयोगे श्री चिंतामणी पार्श्वनाथ प्रतिष्ठा महोत्सवे श्रीजिनदत्तसूरि चरण पादुके गोपा वीजा बोहिथरा वास बाहड़मेर भट्टारक जंगम युग प्रधान वहत खरतरगच्छे श्रीजिन सिद्धसूरिभिः कारितं रावत हीरासिंघजी भाराणी वंसे राज्य प्रधानात श्रीरस्तु / 6. यति मूर्ति लेख ... (164) " श्री 108 श्री पं. नेमीचन्दजी यति जन्म तिथि स्वर्गवास विक्रम सवत् 1948 विक्रम संवत 2006 चैत्र शुकला पूर्णिमा माघ कृष्ण 13 मंगलवार (मेरु तेरस) 13 जनवरी 1953 संगीत रत्न, विद्याविलास, उपाध्याय, पण्डित श्रीनेमीचन्दजी महाराज साहब का स्मृति स्तूप विक्रम संवत् 2022 में बनाया गया सन् 1665 .. श्रीगोड़ीसा पाश्र्वनाथजी मन्दिर (165) 1. पगलियाजी ले - ____सं. 1508 आषाढ़ सुदि--रा पादुका धरावी श्रीगोड़ीसा पारस नमः 2. प्रतिमा लेख-- ___ सं. 2042 ज्ये. सु 12 बाड़मेरनगरे पार्श्वनाथ जिनबिंब प्रतिष्ठा-: पितं खरतरगच्छाचार्य जिनकान्तिसागरसूरिभिः /