________________ बाड़मेर जिले के प्राचीन जैन शिलालेख - - ... (410) 5. शिलापट्ट प्रशस्ति:-- // सं. 1562 वर्षे आसु. सुदि 10 दिन राउल श्रीवीरसिंघविजय - राज्ये श्रीविमलनाथ प्रासादे। श्रीतपागच्छाधिराज परम भट्टारिक श्रीश्रीश्रीहेम विमलसूरिशिष्य पं. लावण्य समुद्रगणिनामुपदेशेन / . श्रीवीरमपुर निवासी श्रीसकलसंघेन कारापिता / नवचतुष्किता सूत्रधार हालाकेनकृत चिरंनन्दतु / / श्रीरस्तु / / श्रीसकलसंघस्यः / सूत्रधार राउत भाइला करति / / ___(411) 6. शिलापट्ट प्रशस्ति:-- // संवत् 1568 वर्षे वैशाख सुदि 7 दिन गुरुपुष्ययोगे। राउल श्रीकुम्भकर्णविजयराज्ये : श्रीविमलनाथे प्रासादे श्रीतपागच्छनायक भट्टारकप्रभुश्रीश्रीश्री हेमविमलसूरिशिष्य पं. चारित्रसागरगणिनामुपदेशेन श्रीवीरमपुरवासि सकलश्रीसंघेन कारापितो रंगमण्डप: सूत्रधार हालाकेनकृन / चिरनन्दतु (412) .. .. : . 7. शीतलनाथ:-- ___ श्रीशीतलनाथवि. का. श्रीमेरुप्रभसूरिभिः (413) 8. प्रादिनाथ: स. 1606 व. म. कृ............ श्रीरस्तु // .... 12) 6. महावीर: स, १६३२........सुद 5... .... 10. शिलापट्ट प्रशस्तिः - // सं. 1637 वर्षे माह वदि 7 दिने / राउलश्रीमेघराजजी विजय राज्ये / श्रीतपागच्छे श्रीगच्छाधिपतिभट्टारक श्रीश्री ५हीरविजयसूरिविजयराज्ये श्रीवोरमपुरिवास्तव्य श्र सकलसघेन नवाउद्धार कारापितां / / सूत्रधार घरासी पुत्र सूत्रधार राउतकेन कृतं श्रीरस्तु: शुभं भवतु / मूल गम्भारा थकी नव उधार कीधा सकलसंघेन / सूत्रधार क्रिसना / "