________________ 22 23 97 b4. 102 106 113 128 एक हास्यास्पद कल्पना लब्धिनिधान श्री गौतम स्वामी स्याद्वाद सिद्धान्त में हिंसी एवं अहिंसा श्री भद्रबाहु स्वामी और उवसग्गहरं स्तोत्र जैन धर्म में सम्यक् श्रद्धाकी व्यापकता अनुचित खुशामद राजा सम्प्रति के साथ अन्याय अवंति सुकुमाल और जिनमन्दिर पूज्य श्री देवद्धिगणि क्षमाश्रमण मथुरा के कंकाली टोले की खुदाई भक्तामर और कल्याण मंदिर स्तोत्र जैन धर्म में मूर्तिपूजा और प्राचीन शिलालेख स्थानकपंथी समाज में इतिहास की कमी / परिशिष्ट-मूर्तिपूजा में शास्त्रों की सम्मति .... 135 138 0 142 0 147 33 152 157