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________________ नारक तिर्यंच मनुष्य देव नीचे नीचे 3 कव्वा रत्नप्रभा जलचर स्थलचर - कर्म भूमि के शर्कराप्रभा मछली छिपकली, नेवला चिड़िया - अकर्म भूमि के वालुकाप्रभा / मगर आदि अजगर, भूजपरि अन्तरद्विप के पंकप्रभा सर्प, उरपरिसर्प, तोता धूम प्रभा सांप, वन व आदि पक्षी तमः प्रभा शहर के पशु महातमः प्रभा चमग दड़ इन 7 पृथ्वी में नारकी जीव हैं। 1. भवनपति, 2. व्यंतर, 3. ज्योतिष, 4. वैमानिक 1. नीचे, अधोलोक में, 2. नीचे 3. सूर्य, चंद्रादि मध्यलोक में 4. 12 देवेलोक 9 ग्रैवेयके. 5. अनुत्तर विमान ये ऊर्ध्वलोक में है। तथा
SR No.032824
Book TitleJain Dharm Ka Parichay
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhuvanbhanusuri
PublisherDivya Darshan Trust
Publication Year2014
Total Pages360
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size25 MB
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