________________ (304) आदेशरे जाया // संयमविष॥किमनिरबाहिसनाररे जाया॥ हूं न // 2 // आदिनिगोदेहूं रुट्योजी, सहियाउरकणंत // सासोश्वासें लवपूरीयाजी, तेह नजाणुअंतहे // मा० // अप // 3 // हिवणातूंबालक अग्रेजी, जोबननस्योरे कुमार॥ आठरमणिपरणावियोरे लोगविसुरकअपाररे जाया॥हूं नवि०॥४॥ जनममरण निरयातणौजी, उरकनसहियोजान ॥वीरजिणंदवखाणियोजी, ते मैसुणियोकांनहे मायमी // अ॥५॥वकांचलीयैजीमणोजी // अरसविरसाहार // नुंपाला नितहींमणोजी, जाणसीतळकुमाररे जाया // हूं न० // ६॥नमतांजीवअनंतनम्योजी, धर्मउहेलो होय ॥जराव्यापे जोवनखिसेजी, तबकिमकरणोहोयरे मायमी // 10 // 7 // मृगनयणीाठे रमेजी, तो नवसरहार // जोवनजर गेरूनहीजी, कांइमूकोनिरधारकुमरजी // हूं न // 7 // हंसतूलिका सेजमीजी, रूपरमणि रसन्नोग // अतहि सुंहाली देहमीजी, किम हुयसंजम जोग रे जाया // हूं न // ए॥ स्वारथनोसहूएसगोजी, अरथपखेसहुकोय // विषयविषममदुराकह्याजी, किमनोगविये सोयहे मायमी // 10 // 10 // खमि 2 माजपसायकरी जी, मेंदीधुं तुफरक // दिउँआदेस जिम हुँसुखीजी, वीरचरणेंट्यु. दीरकहे // मां // 10 // 11 // तनफाटे लोयणकरेजी, सुख न सहणाजा // वनसुखीदुवो तिमकरोजी, मेंदीधोश्रादेसरे जाया // संयम वि० // 12 // मणिमाणकमोतीतज्याजी, तोड्यो नवसरहार // मृगनयणी श्रावैरमेजी, हिवअह्मकवणआधार नरेसर // संयम // 13 // कुमरजणे सुकुलीप्रियाजी, बहुमुख