________________ (115) मा० वी० // 3 // गंगासिंधुदोनुनदीयां / आमीने किरतार / सहसअगवीसवीजी नदीयां / एवेऊ नो विस्तार मावी॥॥ इणी आगलपरवत आमो। नानोहिमवंत नाम / एकसहसवलिबावन जोजन बारकला अनिराम मा० वी० // 5 // खेतरहेमवंतवलि प्रनुश्रामो / जुगज्यांकेरोवास / इकवीससैवलिपांच योजन / पांचकलासुविलास मा० वी० // 6 // रोहितारोहितांसानाम / नदियाने असराल / उप्पन्नसहसवलिबीजीनदियां। आर्युकेम दयाल मावी॥॥महाहिमवंत परवत आमो। मोटो अतिविसतार / च्यारसहसदोयसैदसजोजन / दसकला मनुहार मावी ॥॥आउ सहस सतच्यारअनोपम। इकवीसजोजनतास / एककला बलिरूपानोपम / खेतर हरीवास।ए। मारीवीन० // हरिकंतानेहरिसलीला नदीया परतक्ख / बीजीनदीयां आमी प्रनु / सहसबार एकलक्ख // 10 // मारीबीन // परबतनिषध बलि आमो / जोयणबतिविसतार / सोलसहस सतआठबयालीस / दोयकलामनुहार // 11 // मारीवीन // खेतरने वलि जुगट्यांकरो / देवकुरु इणनाम / ते पिण जोयणबहुविस्तारे / पोलो सुणोस्वाम // 12 // मारीवीन // सीतानामे नदीवमेरी / सबनदीयांसीरदार / पांचलाख बलि बीजीनदीयां / अने वत्तीसहजार // 13 // मारी० // लाखजोजनको मेरूपरबत / नाम सुदरसणसार / गजदंता बलि च्यारवीचमे / आऊं केम कृपाल // 14 // मारी // वनगिरीने परबतबहुला / नदीयां ओघटघाट / किण विधि आसुगुणासाहिब / मारग विषमीवाट // 15 // मारी // कं