________________ क्रम्-४,मा.याल अक्रंसि अक्रस्वहि अक्रस्महि अक्रंस्था: अळसाथाम् अर्कन्ध्वम् अक्रंस्त अकंसाताम् अनंसत क्लृप्- १,मा. समर्थ यj - अक्लृप्सि अक्लृप्स्वहि अक्लृप्स्महि .अक्लृप्था: अक्लृप्ताथाम् अक्लुब्ध्वम् अक्लृप्त अक्लृप्साताम् अक्लृप्सत क्षम्-४, मा. क्षमा रवी अक्षन्सि अक्षन्स्वहि अक्षन्स्महि अक्षन्स्था: अक्षन्साथाम् अक्षन्ध्वम् अक्षन्स्त अक्षन्साताम् अक्षन्सत क्षिप्- 6, 8.ई પરસ્મપદ अझैप्सम् अझैप्स्व अझैप्स्म अझैप्सी: . अक्षप्तम् अक्षप्त अक्षेप्सीत् . अक्षेप्ताम् अझैप्सुः આત્મપદ अक्षिप्सि अक्षिप्स्वहि अक्षिप्स्महि अक्षिप्था: अक्षिप्साथाम् अक्षिब्ध्वम् अक्षिप्त अक्षिप्साताम् अक्षिप्सत क्षुद्-9,6. मु5Fed) પરસ્મ પદ | अक्षौत्सम् अक्षौत्स्व अक्षौत्स्म अक्षौत्सी: अक्षौत्तम् अक्षोत्त अक्षौत्सीत् अक्षौत्ताम् अक्षौत्सुः આત્મપદ अक्षुत्सि अक्षुत्स्वहि अक्षुत्स्महि अक्षुत्था: अक्षुत्साथाम् अक्षुद्ध्वम् अक्षुत्त अक्षुत्साताम् अक्षुत्सत खिद्-६,५२. 5रवो | अखैत्सम् अखैत्स्व अखैत्रम अखैत्सी: अखैत्तम् अस्खैत्त | अखैत्सीत् अखैत्ताम् अखैत्सु XOXXXXXXXXXXX goiu rizga ung purcem