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________________ प्रामाधात MU पाठन a दीप चोथो श्लाघ् | 45 फरवू पहेलो | 172. हे(ह्वय) बोलाव 173.| आ+हे (हृय) | बोलाव 174. रूष् रोष करवो, गुस्सो करवो 175. लुप् लोपाइ जq, मुंझाइ जq 176. विद विद्यमान होवं, होवू दीपवृं, सळगq | प्र+वृत् | प्रवर्तवू | वखाणवू 180. उद+वि+ईक्ष परि+वृत् 182.| फल् फळवू | युज योग्य हो, | लड्घ | लांघवं, लंघर्बु, ओळंगवं 185.| वि+सृज् | विसर्जन करवु, आपवु 186. अनु+सृ | अनुसर | उद्+सृज् त्याग करवो 188. मान् | मानवं, पुजवू | लोक जोवू लोक् 191. सद् (सीद) |सीदातुं दुःखी थर्बु 192. | प्र+सद् (सीद) खुश थवं प्रसन्न थर्बु हस् हस, 194. उद्+स्था उभा थq 2 2 2 2 2 के के के के के # # a पहेलो पहेलो उभयपदी पहेलो उभयपदी चोथो परस्मैपदी 144 चोथो परस्मैपदी आत्मनेपदी | 44 आत्मनेपदी | 45 आत्मनेपदी | 45 | आत्मनेपदी पहेलो आत्मनेपदी आत्मनेपदी परस्मैपदी चोथो आत्मनेपदी | 48 पहेलो | आत्मनेपदी छठो परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी 51 दसमो परस्मैपदी पहेलो आत्मनेपदी दसमो परस्मैपदी पहेलो परस्मैपदी परस्मैपदी पहेलो परस्मैपदी पहेलो | परस्मैपदी पहेलो छठो जो, पहेलो 193.
SR No.032788
Book TitlePadma Vardhaman Sanskrit Dhatu Shabda Rupavali Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRajpadmasagar, Kalyanpadmasagar
PublisherPadmasagarsuri Charitable Trust
Publication Year2004
Total Pages208
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size24 MB
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