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________________ हवेअडारमाअरनायगवानाएकरजारपुरुषसघामजी मागाधरायांचासहजारफनी: साहरजारसावदारकानाघचारासी हजारमातक त्रिशालाष बहोतर १२हजारश्राविका विसधकषदेही Hiनतारासिजारवर्ष आयु: कंचनवनिंदावन्नलिंबन चिरता मिधाचनीयधास्वाघमाजीव सिधाचल फानवर्याची विहाथि चाहारकरवा श्रीसमेतसिघउपरेंएकहजार मुनिरामसःमासा नतिः अणसएकरि सिधपदनेवपाः ममोस्ता श्रीसिछाचली साचिमानानिनिगिरी:नमसकारोन्पोजरमा|श्रीश्री मूल पाठ हवे अढारमाः अरनाथ भगवानः। एक हजार पुरुष संघातेः व्रत, तेत्रीस गणधरः, पांचास हजार मुनीः, साह्र हजार साधवीः, एक लाख चोरासी हजार श्रावकः, त्रिण लाख बहोतर 72 हजार श्राविकाः। त्रिस धनुष देहमान, चोरासि हजारं वर्ष आयुः, कंचन वर्ण, नंदावर्त्त लंछन। विचरतां श्री सिधाचलजी पधारया। घणा जीवनें सिधाचलनु फल वर्णवी, तिहांथि वीहार करतां श्री समेतसिखरें उपरें एक हजार मुनिराजसुः मास भक्तिः अणसण करि सिधपदनें वरया। नमोस्तुः श्री सिधाचलगिरीः विमलाचलिगिरिनेः नमस्कार होज्योः। 18 माः।श्रीः श्री। हिन्दी अनुवाद 18. अरनाथजी आपने 1000 पुरुषों के साथ प्रव्रज्या ग्रहण की थी। आपके परिवार में 33 गणधर थे। 50,000 साधु, 60,000 साध्वियां, 1,84,000 श्रावक और 3,72,000 श्राविकाएं थीं। आपका देहमान 30 धनुष ऊंचा था। आपका वर्ण कंचन (सुवर्ण) है। आपका लांछन नंदावर्त है। आपकी आयु पूरे 84,000 साल की थी। टदर्शन
SR No.032780
Book TitlePat Darshan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKalpana K Sheth, Nalini Balbir
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year2010
Total Pages154
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size30 MB
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