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________________ प्रस्तावना. तुम कैसा करते हो इस का निर्णय करने की जो इच्छा हो तो उसके लिए हमें सुधरी हुई प्रजाओं के ऐतिहासिक लेख सब से बढ़ कर ज़रूरी होंगे। ___ लेखी इतिहास रखने वाले धर्मों के दो विभाग हो सकते हैं। प्राचीन इजिप्ट ( मिसर देश ) बैबिलोनिया, असीरिया प्राचीन ग्रीस और रोम तथा ट्यटन प्रजा के धर्मों जैसो जो धर्म अब नहीं रहे हैं उनका हम पहले विभाग में रखेंगे और दूसरे विभाग में हम वर्तमान प्रचलित धर्मों को रखेंगे जैसा कि चीनी, याहूदी धर्म, वैदिक धर्म, ब्राह्मण धर्म, हिंदु धर्म, इस्लाम धर्म, बौद्ध धर्म और ईसाई धर्म / जिन धर्मों का लिखित इतिहास नहीं ऐसे धर्म अफरीका, अमेरिका के प्राचीन रहवासियों में, आस्ट्रेलिया में दक्षिण समुद्र के द्वीपों में और मंगोलिया में मिलते हैं। ____ एक प्रकार से सृष्टि क्रम के नियमों में आत्म संरक्षण का नियम मुख्य गिना जाता है / वह ऐसा है कि जो मनुष्य व इतर प्राणी इस नियम का पालन नहीं करते उनकी सन्तान का अन्त उनके जीवन के साथ ही हो जाता है। इस नियम के पालन किए विना आगे सिलसिला नहीं चलेगा। मनुष्यों के बड़े भाग का इस नियम के पालन करने से भी उसको सृष्टि क्रम का प्रथम नियम गिन सकते हैं / तो भी कई प्रसंगों पर और कई मनुष्यों के संबंधमें इस नियम को वास्तविक रीति पर मुख्य
SR No.032770
Book TitleTulnatmak Dharma Vichar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRajyaratna Atmaram
PublisherJaydev Brothers
Publication Year1921
Total Pages162
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size9 MB
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