________________ तृतीयं परिशिष्टम् / 'हरडह-हरीतकी जया पथ्या हैमवती अभया अमृता 80 कायस्था [वयःस्था टी.] पूतना [पृतना टी.] चेतकी अव्यथा श्रेयसी शिवा / 'बहेडा-विभीतक भूनवास वासन्त अक्ष बहेटक 81 संवर्तक वर्षफल कल्क हार्य[कलियास नि०] कलि द्रुम कर्ष दैन्य [दैत्य पु० दोत्य नि० दिव्य सं०] मधुवीज धर्मद्वेषिन् बिभेदक [विभेदक सं० पु०] 82 / आमला-आमलकी शिवा धात्रो वयःस्था षडरसा अमृता पर्व कीटा [पर्वकाढया नि०] तिष्यफला माकन्दी श्रीफला 83 / / अरणो-अरणी अग्निमन्ध तरी [तकारी सं०] वैजयन्तिका जया जयन्ती श्रीपर्णी कणिका गगारिका [गणिका रिका सं०पु.नि.] 84 तेजोमन्थ हविर्मन्थ नादेयी वह्निशोचन / "अग्लू-टीटू-आलु टुण्टुक [डुण्डुस सं० दुन्दक नि०] दीर्घवृन्त [दर्घवृन्द सं०] नट कुटन्नट 85 स्योनाक [श्योनाक नि० शोनाक सं०] शोनक जम्ब् शुकनाश [शोषण जम्बुशुकनास नि० शोणक टी.] कटम्भर मयूरजङ्घ कट्वङ्ग सल्लक प्रियजीवक 86 मण्डू कपर्ण पत्रोर्ण [पत्तोर्ण सं० पत्तूर्ण पु.] गोपवृक्ष मुनि द्रुम / 'शिरघू-शिग्रु शोभाञ्जन तीक्ष्णगर्भ [तीक्ष्णगन्ध सं० पु. नि०] मूल रूपल्लव 87 विध्यरातिकः अक्षीव [विद्रध्यरातिका क्षीव सं० विद्रध्यरातिः पु० नि० काक्षीव नि० काझीव पु.] मुखभज सुभजन दंश [दृश नि०] अक्षीब सुभङ्गिन् [सुरङ्गिन् सं० पु० नि०] मोचक मधुगृञ्जन 88 / प्रवेतशिग्रु-वेतमरिच / रक्तशिग्रु-मधुशिग्रुक / "तिनिश-तिनिश चित्रकृत् [रथकृत् नि०] नेमि वञ्जुल रथसाधक 89 दीर्घवृक्ष चक्रकार [चक्रकर सं० पु. कवर नि०] रथनामन् अतिमुक्तक अश्मगर्भ सर्वसार क्रमसन्धारण 90 / "पलाश-पलाश किंशुक पर्ण खरपर्ण त्रिपत्रक त्रिवृन्तास्य [त्रिवृताख्य नि०] रक्तपुष्प [रङ्गपुष्प सं० पु.] क्ष रश्रेष्ठ समिद्धर [क्षारश्रेष्ठ समिद्वर सं० पु. नि०] 91 बीजस्नेह बातपोष [वातपोध नि०] यज्ञिय [याज्ञिक सं० पु. नि०] ब्रह्मपादा / धव-धव भारोद्वह गौर शकाख्य [शकटाक्ष सं० पु. सकटाक्ष नि०] धुरन्धर 92 कुलाव नन्दित [नन्दिल सं०] / १०सिवनी--श्रीपर्णी काश्मरी कृष्ण वृन्तिका [कृष्णा वृन्तिका नि०] मधुपर्णिका 93 गम्भारिन् [कम्भारिन् टि.] सर्वतोभद्रा कज्जला [कदफला नि०] भद्रपर्णिका विहारिन् [विहीरा नि०] कुमुदा हीरा [हारिन् नि०] महाकुम्भी कश्मरी 94 नित्यभद्रा महाभद्रा काश्मर्य मधुमती [मधुपर्णी नि०] / 1. हरडे // 2. बहेडा // 3. आंबळा // 4. अरणो // 5. अरलू = अरलवो (गु०), टीटू = टेंटू (गु०)। भिन्नवृक्षद्वयमिदम् // 6. (1) सरगवो (उत्तरगुर्जरे) (2) सेगटो (दक्षिणगुर्जरे) // 7. तणछ // (खाखरो // 9. (1) धावडो (2) भूतवाकरो // 10. सीवण //