________________ 272 मिरी 303 शब्दः लिङ्गम् मधुमती स्त्री० मधुयष्टी मधुर मधुरक मधुरसा स्त्री० मधुरा 171 पुं० 357 227 225 मधुरिका मधुवल्ली मधुशाक मधुशिक मधुश्रव मधुश्रेणी मधुसूदनी . मधुस्रव मधुस्रवा मर्कट स्त्री. , :: :: :: : 205 प स्त्री० - द्वितीयं परिशिष्टम् / अर्थः प्रलोकः शब्दः लिङ्गम् अर्थः श्लोकः पीलउनी मरालिका स्त्री. साथरि 341 जेठीमधु 189 मरिच तगर १६२पा. मरिचक पुं० मरुअउ 224 जीवक 365 मरुजन्मन् , . कदर पीलउनी 315 मरुत् स्त्री० पीक बीजपूरविशेष 55 मरुन्माला , 170 291 मरुबक पुं. मयणहल 126 व्रीहाली 279 मरुअउ 225 बीजपूरविशेष 55 मरुसम्भव बृहन्मूलक महडउ 110 मरुद्भव धमास लालसरगवो 89 मरुषक मरुअउ महूडउ १११पा० बृहन्मूलक 358 पीलउनी 315 मर्कटतिन्दुक काकटी 11. पलांक 349 मर्कटिका स्त्री० आझाझाडा महूडउ 111 मर्कटी करअविशेष 146 जेठीमधु 189 कउंछि शतावरी मलदा छड महूडउ 111 मलयज पुं०न. चन्दन 11. मलय स्त्री० काढुंबरी महाडोल 112 मलिन न०. मिरी , ११२पा. मल्लिका स्त्री० केवडी 242 जेठीमधु 189 मल्लिकाकुसुम पुं० करणा पीलउनी 315 मल्लिकाकुसुमप्रिया स्त्री. " ५२पा. बीज उरउ मल्लिकापुष्प पुं० कुडउ महडउ मल्लिगन्ध न० मल्लिगन्धिअगर 22 239 मशकिन् पुं० उंबरा आकु मंदारु 49 मसूर मसूर मस्कर पारिभद्र " वांसु उठी 61 मस्तु अजमोद २५६पा. मोठ 392 मस्तुगन्धा स्त्री. जहारि ३६७पा. अजमोद 256 महाघोषा " काकडासिगी 193 आझाझाडा 205 महत् पुं० महापारापत 141 अरलू-टींट - 86 स्त्री . डोलहरी 195 १७१पा. महाकच्छ पुं० बीली पुं० मधुष्ठील मधुक मधूल मधूलि मधूलिका स्त्री. 16 मध्यकेशव मध्वष्ठील मनोज्ञा स्त्री० जाई 236 . मनोहर मन्दार 288 मन्मथ मधुष्ठक मयूर मयूरक मयूरजङ्घ मरन्माला स्त्र : : * * महती पीक