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________________ पोसवाल जाति का इतिहास राव गुमानसिंहजी का परिवार राव जवानसिंहजी-आप राव गुमानसिंहजी के प्रथम पुत्र थे। आपका जन्म सम्वत् १९३२ का था। आप पहले हाकिम नियुक्त हुए। पश्चात् अफसर दिवानी रहे। सम्वत् १९३९ तक फिर आप अफसर फौजदारी रहे। इसके पश्चात् भाप अफसर खरीव महकमा रहे। आपका स्वर्गवास सम्वत् १९४८ में हो गया । आपके कोई पुत्र म होनेसे आपने रामसिंहजी को दत्तक लिया। आपका भी स्वर्गवास हो गया । आपके मेहता धनपतसिंहजी और मेहता दौलतसिंहजी नामक २ पुत्र हुए। इनमें से दौलतसिंहजी का स्वर्गवास हो गया। मेहता धनपतसिंहजी इस समय नायब तहसीलदार हैं । आपके तेजसिंह, अमरसिंह और जोरावरसिंह नामक तीन पुत्र हैं। राव जसवन्तसिंहजी का परिवार राव छत्रसिंहजी-आप जसवन्तसिंहजी के प्रथम पुत्र थे । आपका जन्म सम्वत् १९.४ का था। आप पहले पहल अफसर फौजदारी नियुक्त हुए । सम्बत् १९३९ में आप हनुमानगढ़ के हाकिम हुए । इसके एक साल के पश्चात् ही भाप मेम्बर कौंसिल नियुक्त हुए। इसी प्रकार सुजानगढ़, रिणी आदि कई स्थानों पर आप नाजिम रहे । आपका स्वर्गवास सम्बत् १९६९ में हो गया। आपके भाई मेहता अभयसिंहजी का जन्म सम्वत् १९१० में हुआ था। आप नौहर और हनुमानगढ़ नामक स्थान पर हाकिम रहे। जयपुर और जोधपुर के आप वकील रहे। इसके पश्चात् आप बीकानेर के हाकिम बनाए गए। आप चीफ कोर्ट के थर्ड जज भी रहे । आपका स्वर्गवास सम्बत् १९८२ में हो गया। आप दोनों ही भाइयों के कोई पुत्र न था अतएव आपके यहाँ मेहता गोपालसिंहनी गोद आये। आपको राव का खिताब तथा ताजिम बक्षी हुई है। इस समय आप आबू में वकील हैं। आपके इस समय गोधनसिंह, नारायणसिंह, सम्पतसिह, रूपसिंह, नरपतसिंह और सूरतसिंह नामक छः पुत्र हैं। मेहता छोगमलजी का परिवार मेहता केसरीसिंहजी-आप मेहता छोगमजी के प्रथम पुत्र थे। आपका जन्म संवत् १९०९ में हुआ । आप पहले तो अपने पिताजी के साथ काम करते रहे । पश्चात् आप स्वयं आबू वकील हो गये । इस समय आपको सब सर्च के अतिरिक्त एक हजार रुपया मासिक वेतन मिलता था। बकालत के काम को आपने बड़ी सफलता और होशियारी से सब किया। आपको इस विषय में कई बड़े २ अंग्रेज १७१
SR No.032675
Book TitleOswal Jati Ka Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorOswal History Publishing House
PublisherOswal History Publishing House
Publication Year1934
Total Pages1408
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size47 MB
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