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________________ मेवाड़ के ओसवाल दीवान ४-सिंघवी दयालदासजी सीसोदिया-महाराणा राजसिंहजी के समय में ९-मेहता अगरचन्दजी वच्छावत-महाराणा अरिसिंहजी, हमीरसिंहजी तथा भीमसिंहजी के समय में १०-मोतीराजजी बोलिया-महाराणा, भरिसिंहजी के राज्यकाल में सं० १४१९ से २६ तक "-एकलिंगदासजी बोलिया (मोतीरामजीबोलिया के पुत्र) एकलिंगदासजी की वय छोटी होने से इनके काका मोजीरामजी काम देखते थे १२-सोमजी गाँधी-महाराणा भीमसिंहजी के समय में १३-सतीदासजी गाँधी (सोमजी के भाई) महाराणा भीमसिंहजी के समय में १४-शिवदासजी गॉधी (सोमजी के भाई) महाराणा भीमसिंहजी.के समय में १५-मेहता देवीचन्दजी वग्छावत (अगरचन्दजी के पौत्र) महाराणा भीमसिंहजी के समय में १६-मेहता रामसिंहजी-महाराणा भीमसिंहजी के समय में कई बार दीवान तथा प्रधान रहे। १७-मेहता शेरसिंहजी वच्छावत ( मेहता अगरचन्दजी के पौत्र ) महाराणा भीमसिंहजी के समय भाप और मेहता रामसिंहजी वारी २ से तीन चार बार दीवान और प्रधान रहे। १८-मेहता गोकुलचन्दजी वच्छावत ( मेहता देवीचन्दजी के पौत्र) महाराणा सरूपसिंहजी के समय में १९-कोठारी केसरीसिंहजी-महाराणा सरूपसिंहजी के समय में सं० १९१६ से २६ तक २०-मेहता गोकुलचन्दजी-महाराणा सरूपसिंहजी के समय में संवत् १९२१ से प्रधानगी की २१--मेहता पन्नालालजी वच्छावत सी० आई० ई-महाराणा शंभूसिंहजी के समय में २२-कोठारी बलवन्तसिंहजी-महाराणा फतेसिंहजी के समय में २३-कटारिया मेहता भोपालसिंहजी-महाराणा फतेसिंहनी के समय में २४-मेहता जगनाथसिंहजी (भोपालसिंहजी के पुत्र) महाराणा फतहसिंहजी के समय में इसी प्रकार मेवाड़ के सेनाध्यक्षों में बोल्या रुद्रभाजी, सरदारसिंहजी, भारमलजी कावडिया. मेहता जालसी मेहता चीलजी मेहता नाथजी, मेहता मालदासजी आदि कई नामांकित वीर हुए। जिन्होने अपनी अपूर्व वीरता से मेवाड़ राज्य की अमूल्य सेवाएँ कीं। मेहता चीलजी ने मेवाड़ राज्य के स्थापन में महाराणा हम्मीर को बहुत इमदाद दी। बीकानेर स्टेट के मोसवाल दीवान मारवाद एवं मेवाड़ की तरह बीकानेर राज्य के आरंभ काल से ही भोसवाल पुरुषों में रियासत की अमूल्य सेवाओं में सहयोग लिया। अब हम बीकानेर के प्रधानों तथा दीवानों की सूची दे रहे हैं। १-बच्छरानजी बच्छावत-संवत् १४८९ से रावबीकाजी के साथ बीकानेर राज्य स्थापन में बहुत कार्य किया। • आपके साथ पंडित लक्ष्मणरावजी भी प्रधानगी का काम करते थे। + आपके साथ संवत् १९७५ तक पं० शुकदेव प्रसादजी एवं इनके बाद संवत् १९७८ तक पं. दामोदर लालजी भी राज्यकार्य सञ्चालनमे सहयोग देते रहे। इस समय आप "मैम्बर कौंसिल' एवं 'कोर्ट माफ वोर्ड आफीसर' है। इसके पूर्व प्राप राव रिणमलजी एवं राव जोधाजी के समय में भी प्रधानगी का काम कर चुके थे। भाप राव बीकाजी के साथ नांगलू प्रदेश में पाये। आपके परिवार ने लगातार ६ पीदियों तक बीकानेर राज्य में प्रधानगी की। १२८A
SR No.032675
Book TitleOswal Jati Ka Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorOswal History Publishing House
PublisherOswal History Publishing House
Publication Year1934
Total Pages1408
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size47 MB
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