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________________ OCTOBER, 1884.) TRANSCRIPTS OF DEHLI AND ALLAHABAD EDICTS. 309 3 .. - - - - - - - ["] जीवेनजीवे नोपुसितविये तीसुचातुंमासीसु तीसा- [*] - - - __यंपुनमासियं - - - - - - - ["] तिनि दिवसानि चावुदसं पंनडसं पटिपदाये । - - - चावदसंपंचदस- - धुवायेचा - - - - - - [] अनुपासथंमछेअवधिये नोपिविकेतविये एतानिये- [-5] - __वादिवसानि - - - - तानि [+] नागवनास केवटभोगसि यानिअनानिपि जीवानि कायानि [16] नोहंतवियानि अठमीपखाये चावुदसाये पंनड साये तिसाये ["] पुनावसुने तीसुचातुंमासीसु सुदिवसाये गोनेनो- | [] सुदिवसाये गो- - - नीलखितविये ["] अजके एडके सूकले एवापिअंने नीलखियति __ - - - - - - - - - नोनीलखितविये [१] तिसाये पुनावसुने चातुंमासिये चातुमासिपखाये - - - - - - - - ___ अस्वसा गोनसा [१] लखने नौकटविये यावसडुवीसतिवस अभिसि- [] लखनेनोकटविवेयावस- - - तेनमे एताये [""] आतलिकाये पंनवीसति बंधनमोखानिकटानि | Edict VI. Dehli, East side. [1] देवानंपिये पियदसिलाबाहेवंअहा दुवाडस 1r297- - - पियेपियदसीला- - - - - - - - - - - - - - - [] वसअभिसितेनमे धमलिपिलिखापिता लोकसा [] हितसुखाये सेतंअपहटा तंतधमवढिपापोवा r-हेवं लोकसा हितसुखेतिपरिवेखामि अथइयं | r91 हितसखेतिपटिवेखामि अथ- - [] नातिसु हेवंपतियासनेसु हेवंअपकठेसु -सने हेवंअपकठेसुकिमं - - [] किमंकानिसुखं अवहामीति तथचविदहामि हेमेवा | -दहामि हेवमेवसव - - येसुपटिवेखामि-- [] सवनिकायेसु पटिवेखामि सवपासंडापिमेपूजिता [३०] सवपासंडापिमे पूजिताविविधायपुजाया एचुइयं[१] विविधायपूजाया एचुइयंअतना पचूपगमने ____ अतना पचुपगमनेसेमे मुख्यमतेस- -- -- [] सेमेमोख्यमते सड़बीसतिवस अभिसितेनमे [1] इयंधमलिपि लिखापिता . । लिपिलिखापिताति Dehli, Edict VII. [1] देवानंपिये पियदसि लाजा हेवं आहा येअतिकंतं [1] अंतलं लाजाने हुसु हेवं इछिसु कथंजने [1] धंमबढिया बढेया नोचुजने अनुलुपाया धमवदिया । [1] वढिथा एतं देवानंपिये पियदसि लाजा हेवंआहा एसमे [1] हुथा अतिकंतंच अंतलं हेवं इछिसु लाजाने कथंजने [10] अनुलुपाया धंमवाढिया बढेयाति नोचजने अनुलुपाया ["] धंमबढिया वढियां सेकिनसु बने अनुपटिपजेया [18] किनसु जने अनुलुपाया धंमवढिया वढेयाति किनसुकानि [19] अभ्युनामयेहं धमवढियाति एतंदेवानपिये पियदसि लाजा हेवं [°°] आहा एसमे हुथा धंमसावनानि सावापयामि धमानुसथिनि [1] अनुसासामि एतंजने सुतु अनुपटीपचीसवि अभ्युनमिसवि
SR No.032505
Book TitleIndian Antiquary Vol 13
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJohn Faithfull Fleet, Richard Carnac Temple
PublisherSwati Publications
Publication Year1984
Total Pages492
LanguageEnglish
ClassificationBook_English
File Size22 MB
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