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________________ • जिसके दिल में श्री नवकार, उसे करेगा क्या संसार? 85 वह पथदर्शक कौन होगा? 86 जीभ में 'अमी' वापस आ गया 87 नवकारमंत्र से अभिमंत्रित रजोहरण का चमत्कार 88 अभयदाता से नवकार 89 90 91 सर्प का जहर उतर गया 92 चिंताचूरक श्री नवकार माला सोने की होकर सुगन्धित हुई अन्यायी लेख का अंत आया अनिष्टों को रोकने वाला महामंत्र नवकार 93 94 95 जलोदर दूर हुआ 96 कुत्ते ने 'प्रतिक्रमण किया 97 पीर की बाधा दूर हो गई 98 नासूर दूर हो गया 99 जंगल में मंगल हुआ 100 जीवनदाता श्री नवकार गले की गांठ गाय हुई 101 सागर शांत हुआ 102 चिड़िया को बचाने वाला नवकार 103 महामंत्र का अद्भुत प्रभाव 104 भवजल पार उतारे 105 अंधेरे में एक प्रकाश 106 नवकार मेरा मित्र है 107 पागलपन पलायन हुआ 108 लकड़ी जरा भी हिली नहीं 109 भूत दूर हुआ 110 नवकार के पास... मौत भागे 111 समरो दिन और रात 112 विघ्न विनाशक श्री नवकार 113 जीवनरक्षक श्री नवकार 114 आंतरिक अनुभव के उद्गार 115 नवकार महामंत्र का प्रभाव 116 शील रक्षक श्रीनवकार VI सा. नेमश्रीजी सा.मीनाकुमा बाबुलाल सेठ 44 सुनंदाबाई महासतीजी 44 'संदेश' साप्ताहिक रंजनबेन आणंदजी गडा वैद्यराज कांतिलालभाई शाह मुनि श्री अमीचंदजी ठाकरसीभाई माणेकजी पदमसीभाई छेड़ा जितेन्द्र छेड़ा सा. ज्योतिष्प्रभाश्रीजी खुशालभाई खेतसी सा. अमृतश्रीजी दमयंतीबेन कापड़िया श्रीराजेन्द्रमुनि मुनि श्री प्रधानविजयजी जयंतिलालभाई गांधी भवानजीभाई भोजाणी सा. चन्द्रप्रभाश्रीजी शांतिलालभाई वसा पं. श्री अभयसागरजी म. सा. श्री हरखश्रीजी शशिकांतभाई मेहता 245 246 248 248 250 252 253 256 258 260 261 261 262 262 263 263 265 267 268 269 270 271 272 273 273 274 275 275 278 280 282 285
SR No.032466
Book TitleJiske Dil Me Navkar Use Karega Kya Sansar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahodaysagarsuri
PublisherKastur Prakashan Trust
Publication Year2000
Total Pages454
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size35 MB
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