SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 365
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ • जिसके दिल में श्री नवकार, उसे करेगा क्या संसार? पार्श्वनाथ के दर्शन करने हम घोघा गये। सेवा-पूजा करने के बाद वापिस आते बिना मौसम की वर्षा आयी। तांगा नाले के पूल के ऊपर आया, तब घोड़ा अचानक खड़ा रहा। वर्षा के साथ पवन का वेग भी इतना तेज था कि हम सभी को भय लगा कि तांगा अभी पल्टी खाकर नाले में गिर जायेगा और हम पानी के प्रवाह में बह जायेंगे । हम सभी ने साथ मिलकर शंखेश्वर दादा तथा नवकार मंत्र की धून लगाई। आपको कहते हुए हर्ष हो रहा है कि थोड़ी ही देर में वर्षा एवं तूफान शांत हुआ और हम सही-सलामत स्वस्थान पर पहुंच गये। मेरी बड़ी बेटी की शादी कोचीन में हुई है। मैं दस वर्ष पूर्व एक दिन दोपहर के बाद घूमता- घूमता समुद्र किनारे गया। वहां मैंने कितने ही मछुआरों को जाल डालकर मछलियां पकड़ते देखा। मछलियां जाल में न आये इसलिए मैंने नवकार मंत्र गिनना शुरू किया। मैंने आधा घंटा वहां खड़े रहकर नवकार मंत्र का रटन चालु ही रखा। मछुआरों के बहुत प्रयत्नों के बावजूद इतने समय में इनके जाल में एक भी मछली नहीं आयी। वास्तव में नवकार महामंत्र जैसा प्रभावशाली मंत्र दूसरा कोई है ही नहीं और होगा भी नहीं । लेखक श्रीयुत देवजीभाई दामजी खोना नेम विहार, ए/11.12ए 1160 मुरार रोड़, मुलुंड (वेस्ट) मुम्बई - 80 फोन नं. 5610698 व्यसन मुक्ति का जोरदार चमत्कार आज से लगभग 25 वर्ष पूर्व मेरे जीवन का ध्येय बूरी संगत में फंस गया था। नित्य दारु- जुआ यही मेरा क्रम । उठने के साथ कुल्ला करने के लिए दारु चाहिये, जुआ खेलुं और जीतुं तो आनन्द के लिए दारु, हारुं तो गम-दुःख भुलाने के लिए दारु चाहिये। जैन धर्मी युवान, परिवार में किसी को, किसी भी प्रकार का कोई व्यसन नहीं। परिवारजन अठ्ठाई - छक्काई, वरसीतप करने वाले अच्छे श्रेष्ठिवर्य धर्मानुरागी थे। सभी 338
SR No.032466
Book TitleJiske Dil Me Navkar Use Karega Kya Sansar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahodaysagarsuri
PublisherKastur Prakashan Trust
Publication Year2000
Total Pages454
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size35 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy