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________________ - जिसके दिल में श्री नवकार, उसे करेगा क्या संसार? - महामंत्र और उवसग्गहरं स्तोत्र का स्मरण करने लगी। . परिणामस्वरूप कठीन प्रश्न पूछने वाला वह कस्टम ऑफिसर भी जो विशेष प्रश्न पूछने होते हैं वे ही भूल गया और सीधे-सादे प्रश्न पूछकर आधे घण्टे में ही उनको छोड़ दिया, उसके साथ उसने कबूल करते हुए कहा कि, "10 हजार लोगों में कोई एकाध आदमी इस प्रकार छूटे, जिस प्रकार तुम छूटे हो," ऐसा कहकर उनका पासपोर्ट भी वापिस दे दिया। उपरोक्त पांचों घटनाएं नवकार महामंत्र के असीम अनन्त प्रभाव की ओर अंगुली निर्देशित करती हुई अपने को भी महामंत्र का अनन्य उपासक बनने के लिए विशेष प्रेरणा देती हैं। मुझे स्वयं को भी अनंतोपकारी, पूज्यपाद, गुरुदेव प.पू. पंन्यास श्री भद्रंकरविजयजी म.सा. की असीम तृपा से- प्रेरणा से नमस्कार माता की गोद में सोने का और उसकी आध्यात्मिक तृपा प्राप्त करने का वचनातीत सद्भाग्य मिला है, उस कारण मैं अपने जीवन को धन्य मानता हूँ। सभी जीव महामंत्र की साधना द्वारा जीवन की सफलता को प्राप्त करें यही मंगल कामना। लेखक : शशिकान्तभाई के. मेहता "भद्रंकर" बिल्डिंग, 34 करणपरा,राजकोट पिन: 360001 फोन नं. घर : 26126, ऑफिस : 22331 फेक्ट्री : 27756 सरपंच लालुभा वाघेला के अनुभव "श्रद्धालु श्रोता और अनुभवी सद्गुरु का योग कलिकाल में भी अद्भुत परिणाम ला सकता है, वह लालुभा के प्रत्यक्ष दृष्टान्त से हम समझ सकेंगे। सं. 2037 के वैशाख महीने की किसी धन्य घड़ी में ट्रेन्ट गांव (तहसील-विरमगाम, जिला-अहमदाबाद) के निवासी लालुभा को . . . . 290
SR No.032466
Book TitleJiske Dil Me Navkar Use Karega Kya Sansar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahodaysagarsuri
PublisherKastur Prakashan Trust
Publication Year2000
Total Pages454
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size35 MB
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