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________________ उन्यासीवां आलापक : सौधर्म-देवों (प्रथम देवलोक ) में संख्यात वर्ष की आयु वाले संज्ञी-तिर्यंच-पंचेन्द्रिय-जीवों का उपपात (XVII) -आदि अस्सीवां आलापक : सौधर्म-देवों (प्रथम देवलोक ) में असंख्यात वर्ष की आयु वाले संज्ञी - मनुष्य- (यौगलिकों) का उपपात-आदि इक्कासीवां आलापक : सौधर्म-देवों (प्रथम देवलोक ) में संख्यात वर्ष की आयु वाले संज्ञी - मनुष्यों का उपपात - आदि बयासीवां आलापक : ईशान - देवों (दूसरे देवलोक ) में तिर्यंच - यौगलिकों का उपपात-आदि ७७६ तरासीवां आलापक: ईशान - देवों (दूसरे देवलोक ) में मनुष्य - यौगलिकों का उपपात-आदि ७७६ ७७६ ७७७ ७७७ चौरासीवां आलापक: ईशान देवों (दूसरे देवलोक ) में संख्यात वर्ष की आयु वाले संज्ञी - तिर्यंच-पंचेन्द्रिय-जीवों एवं संज्ञी मनुष्यों का उपपात-आदि पचासीवां आलापक : सनत्कुमार- देवों (तीसरे देवलोक ) में संख्यात वर्ष की आयु वाले संज्ञी-तिर्यंच-पचेन्द्रिय-जीवों का उपपात ७७७ ७७७ -आदि छयासीवां आलापक : सनत्कुमार- देवों (तीसरे देवलोक ) में संख्यात वर्ष की आयु वाले संज्ञी - मनुष्यों का उपपात-आदि सत्तासीवां आलापक: चौथे देवलोक से आठवें देवलोक तक संज्ञी-तिर्यंच-पंचेन्द्रिय- जीवों और संज्ञी - मनुष्यों का उपपात-आदि अट्ठासीवां आलापक : आनत-देवों (नौवें देवलोक ) में संज्ञी - मनुष्यों का उपपात-आदि ७७७ ७७८ ७७८ नयासीवां आलापक : नव ग्रैवेयक देवों में संज्ञी - मनुष्यों का उपपात - आदि नव्वेवां आलापक : प्रथम चार अनुत्तरविमान के देवों में संज्ञी - मनुष्यों का उपपात आदि ७७९ इक्यानवेवां आलापक : सर्वार्थसिद्ध-देवों में संज्ञी - मनुष्यों का उपपात - आदि दूसरा उद्देशक द्रव्य-पद जीवों का अजीव - परिभोग- पद (पहला गमक) (चौथा गमक) (सातवां गमक) पच्चीसवां शतक (पृ. ७८१-८६५) पहला उद्देशक संग्रहणी गाथा लेश्या - पद योग का अल्पबहुत्व - पद समयोगी - विषमयोगी-पद योग-पद अवगाह पद पुद्गलों का चयादि-पद पुद्गल-ग्रहण-पद तीसरा उद्देशक संस्थान - पद रत्नप्रभादि के संदर्भ में संस्थान - पद प्रदेशावगाह की अपेक्षा संस्थान - निरूपण का पद संस्थानों के युग्म आदि का पद श्रेणी - पद अनुश्रेणी-विश्रेणी-गति का पद निरयावास - पद गणिपिटक -पद ७७८ अल्पबहुत्व-पद चौथा उद्देशक युग्म-पद ७७९ ७७९ ७७९ ७७९ ७८१ ७८१ ७८१ ७८१ ७८२ ७८२ ७८३ ७८३ ७८४ ७८५ ७८५ ७८५ ७८६ ७८६ ७८७ ७८८ ७९१ ७९३ ७९६ ७९६ ७९६ ७९६ ७९७ ७९७
SR No.032417
Book TitleBhagwati Sutra Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanakprabhashreeji, Mahendrakumar Muni, Dhananjaykumar Muni
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year2013
Total Pages590
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & agam_bhagwati
File Size15 MB
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