SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 180
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ वाक्य संस्कृत हिन्दी (1) अस्ति कालिकाता नगरे सूर्यशर्मा (1) कलकत्ता शहर में सूर्यशर्मा नाम विप्रः। नामक ब्राह्मण रहता है। (2) प्रभावती नाम्नी तस्य भार्या (2) प्रभावती नामक उसकी धर्मपत्नी सुशीला अस्ति। सुशीला है। (3) एकदा सा नदीतीरे स्नानार्थं गता। (3) एक बार वह नदी किनारे स्नान के लिए गई। (4) सूर्यशर्मा ब्राह्मणः गृहे स्थितः। (4) पं. सूर्यशर्मा घर में रहा। (5) स अचिंतयत्। (5) वह सोचने लगा। (6) यदि सत्वरम् अहं न गमिष्यामि। (6) अगर मैं शीघ्र नहीं जाऊंगा। (7) अन्यःकोऽपि तत्र गमिष्यति। ___(7) दूसरा कोई वहां जाएगा। (8) तस्य भार्या स्नानं कृत्वा शीघ्रम् (8) उसकी धर्मपत्नी स्नान करके एव गृहम् आगता। जल्दी से ही घर आ गई। (9) सूर्यशर्मा स्वभार्याम् आगताम् (9) पं. सूर्यशर्मा अपनी धर्मपत्नी को अवलोक्य अवदत्। आई हुई देखकर बोला। ___(10) देवि ! अहम् इदानीं बहिर्गन्तुम् । __(10) देवी, मैं अब बाहर जाना चाहता इच्छामि। (11) पत्नी ब्रूते-भगवन्, कुत्र गन्तुम् (11) पत्नी बोलती है-भगवन्, कहां इच्छा इदानीम् ? जाने की इच्छा है अब ? (12) राज्ञः गृहे निमन्त्रणम् अस्ति। (12) राजा के घर निमंत्रण है। (13) तर्हि गन्तव्यम्। शीघ्रमेव (13) तो जाइए। जल्दी (वापस) आगन्तव्यम्। आइए। (14) सत्वरं पाकादिकं सिद्धं भविष्यति। (14) शीघ्र ही भोजन तैयह होगा। (3) अविवेकोऽनुशयाय कल्पते । (3) अविचार पश्चात्ताप के लिए होता है (1) अस्ति उज्जयिन्यां माधवः नाम विप्रः। तस्य भार्या प्रसूता। सा बालाऽपत्यस्य रक्षणार्थं पतिम् अवस्थाप्य (1) उज्जयिनी नगरी में माधव नामक ब्राह्मण है। उसकी धर्मपत्नी प्रसूता हुई। वह बालसंतान की रक्षा के लिए पति को 31
SR No.032413
Book TitleSanskrit Swayam Shikshak
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShripad Damodar Satvalekar
PublisherRajpal and Sons
Publication Year2010
Total Pages366
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy