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राग-द्वेष की उपशांति के उपाय जिसके मोह नहीं हैं, उसने दुःख का नाश कर दिया। जिसके तृष्णा नहीं है, उसने मोह का नाश कर दिया। जिसके लोभ नहीं है, उसने तृष्णा का नाश कर दिया। जिसके पास कुछ नहीं है, उसने लोभ का नाश कर दिया। ___राग, द्वेष और मोह का मूल सहित उन्मूलन चाहने वाले मनुष्य को उपायों का आलंबन लेना चाहिए।
दुक्खं हयं जस्स न होई मोहो, मोहो हओ जस्स न होइ तण्हा। तण्हा हया जस्स न होइ लोहो, लोहो हओ जस्स न किंचणाई।।
उत्तरज्झयणाणि ३२.८
२५ फरवरी २००६