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ध्यान की कालावधि (२)
ध्यान के कालमान के विषय में जो कहा गया है, वह सापेक्ष है। ध्यान संतान (प्रवाह) दीर्घकालीन भी हो सकता है। एक आलंबन पर होने वाले ध्यान के लिए अन्तर्मुहूर्त की कालावधि का निर्देश किया गया है। यदि ध्यान के आलंबन अनेक हैं तो उसकी कालावधि भी दीर्घ हो सकती है।
सुचिरंपि होज्ज बहुवत्थुसंकमे झाणसंताणो । झाणज्झयणं ४
८ जुलाई
२००६
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