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________________ वर्तमान काल बिम्ब + ओष्ठी == बिम्बोष्ठी, स्थुलतुः । बिम्बोष्ठी । प्रयोग वाक्य मुनिः क्रोधं जयेत् । तरणिः अस्तं अयति । भूपतिः अरि क्षयति । कवयः कवितां कथं न लिखेयुः ? गिरौ रवेः मरीचयः पतन्ति । सेनापतिः कपीनां सहयोगेन जयति । माता सुतं प्रसवति । महिषी कदा प्रसोष्यति ? संस्कृत में अनुवाद करो १७ स्थूल+ ओतुःस्थूलोतुः, राजा शत्रु को जीतता है । कवि लिखता है । पहाड़ पर बन्दर है । संन्यासी आगम पढता है । सेनापति घर जाता है । राजा शत्रु का क्षय करता है । संन्यासी को क्रोध जीतना चाहिए । सेनापति को घर जाना चाहिए । उसे लिखना चाहिए । हमें आगम पढना चाहिए। मुझे क्रोध जीतना चाहिए । तुम लिखो । तुम दोनों आगम पढो । तुम दोनों घर जाओ । सेनापति घर जाए । अभ्यास १. वर्तमान काल में कितनी विभक्तियों का प्रयोग किया जाता है ? २. यादादि विभक्ति का प्रयोग किस अर्थ में किया जाता है ? दो-दो वाक्य बनाओ । ३. तुबादि विभक्ति किस अर्थ में और किस काल में प्रयोग की जाती है ? ४. तुबादि और यादादि विभक्ति एक ही है या दोनों में भिन्नता भी है, है तो कहां ? ५. दु धातु के रूपों की समानता किस धातु से कर सकते हैं ? ६. संधि करो और बताओ किस नियम से ऐसा किया गया है प्र + एलयति । इहेव तिष्ठ । इहैव तिष्ठ । परा + एति । उप + एधते । प्र + एजते । ७. निम्नलिखित शब्दों के संस्कृत रूप बताओ मुनि, सूर्य, राजा, पहाड, किरण, सेनापति, पक्षी । ८. सोमपा और पाद शब्द के रूप लिखो । ६. जि और दु धातु के तिबादि, यादादि, क्यादादि के रूप लिखो ।
SR No.032395
Book TitleVakya Rachna Bodh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahapragna Acharya, Shreechand Muni, Vimal Kuni
PublisherJain Vishva Bharti
Publication Year1990
Total Pages646
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size32 MB
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