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________________ भावकों (२) २६७ पुत्रकाम्या, गल्भा, पटपटाया। नियम ७११-(क्तेटो गुरो हंसात् ५।४।१०२) क्त प्रत्यय को इट् होने वाली धातु, गुरुमान् (धातु में अक्षर गुरु संज्ञक हो) और हस अन्त वाली धातु से अ प्रत्यय होता है । ईहा, ऊहा, ईक्षा, उक्षा, कुण्डा, हुण्डा, शिक्षा, भिक्षा। नियम ७१२-(षितो ङ: ५।४।१०३) ष् इत् जाने वाली धातुओं से ङ प्रत्यय होता है । पचा, क्षमा, घटा, त्वरा, व्यथा, जरा। नियम ७१३– (कुहिगुहिवशिवपितुलिक्षपिक्षिभ्य: संज्ञायाम् ५।४।१०५) इन धातुओं से संज्ञा विषय में ङ प्रत्यय होता है । कुहा नाम नदी । गुहा पर्वतकंदरा । वशा स्नेहनद्रव्यं धातुविशेषश्च । वपा मेदोविशेषः । तुला उन्मानं । क्षपा रात्रिः । क्षिया आचारभ्रंशः । नियम ७१४- (भीषिभूषिचिन्तिपूजिकथिकुम्बिचिस्पृहितोलिदोल्यूनिचूडिपीडिभ्य: ५।४।१०८) जिन्नन्त इन धातुओं से ङ प्रत्यय होता है । भीषा, भूषा, चिंता, पूजा, कथा, कुम्बा, चर्चा, स्पृहा, तोला, दोला, ऊना, चूडा, पीडा। नियम ७१५-- (आत उपसर्गे ५।४।१०६) उपसर्ग उपपद में हो तो आकारान्त धातुओं से ङ प्रत्यय होता है। प्रदा, उपदा, प्रधा, उपधा, आधा, विधा, संधा। नियम ७१६– (संपत्क्रुधादिभ्यः क्विप् ५।४।११४) सं आदि उपसर्ग पूर्वक पद् आदि धातुओं से तथा क्रुध् आदि शब्दों से क्विप् प्रत्यय होता है। संपद्, विपद्, आपद्, व्यापद्, प्रतिपद्, संसद्, परिषद्, उपनिषत्, उपानत् आदि । क्रुत्, युत्, क्षुत्, मृत्, गी: आदि। नियम ७१७-(ल्वादिम्यो वा ५।४।११५) लू आदि धातुओं से क्विप् प्रत्यय विकल्प से होता है । लू:, लूतिः । भी:, भीतिः । भूः, भूतिः । कृत्, कृति: । दृक्, दृष्टि: । नियम ७१८- (नञ्यऽनिराक्रोशे ५।४।१२२) नञ् उपपद में हो, आक्रोश अर्थ का बोध हो तो स्त्रीलिंग में अनि प्रत्यय होता है। अजननिस्ते वृषल ! भूयात् । एवमजीवनिः, अकरणिः, अगमनिः । नियम ७१६– (हाज्याग्लाम्लाभ्यः ५।४।१२३) इन धातुओं से अनि प्रत्यय होता है । हानिः, ज्यानिः, ग्लानि:, म्लानिः । प्रयोगवाक्य रोगिनः परिचर्यां कृत्वा सा मुमुदे । पुत्रस्य प्रशंसां निशम्य जननी जहर्ष । तत्वस्य सूक्ष्मां मीमांसां श्रुत्वा स: विस्मितोऽभवत् । गुरोः शिक्षा तं कुमार्गात् अरक्षत् । परेषां चिन्तां त्यक्त्वा स्वस्य चिंतां कुरु । तत्वस्य
SR No.032395
Book TitleVakya Rachna Bodh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahapragna Acharya, Shreechand Muni, Vimal Kuni
PublisherJain Vishva Bharti
Publication Year1990
Total Pages646
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size32 MB
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