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________________ १६२ वाक्यरचना बोध चाहिए। मां लडकी पर क्यों क्रुद्ध हुई ? सब कुछ प्राप्त होने पर भी रमेश विषयों में गृद्ध नहीं बना । किसी का शोषण मत करो। यह वस्त्र किसने गंदा किया ? अभ्यास १. निम्नलिखित शब्दों का वाक्यों में प्रयोग करोस्त्रणम् (स्त्रीषुभवः), पौंस्नः (पुंसा समूहः), पौरुषेयः (पौरुषाणां समूहः) । २. हिन्दी में अनुवाद करो आग्नेयं घृतम् । पौंस्नः कुत्र व्रजति ? पौरुषेयः परशुरामः । स्त्रियः नृत्यन्ति । सा न व्रीड्यति । मुनिः दुर्जनाय न कुप्यति । साध्व्यः वस्त्रं सीव्यन्ति । ४. निम्नलिखित शब्दों के संस्कृत रूप लिखो___ चूंघट, कनफूल, कंघी, काजल, इत्र, कंठा, कंकण, सीसा । ५. दिव, नृत्, क्रुध् और हृष धातु के तिबादि और स्यत्यादि के रूप लिखो।
SR No.032395
Book TitleVakya Rachna Bodh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahapragna Acharya, Shreechand Muni, Vimal Kuni
PublisherJain Vishva Bharti
Publication Year1990
Total Pages646
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size32 MB
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