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________________ तद्धित १ (अपत्य) नियम २३१- (कुलादीनः ६।२।११६) कुल शब्द अंत वाले शब्द और कुल शब्द से अपत्य अर्थ में ईन प्रत्यय होता है। कुलीनः, बहुकुलीनः; क्षत्रियकुलीनः । आढ्यकुलीनः, राजकुलीनः । नियम २३२-(दुष्कुलादेयण ६।२।१२२) । दुष्कुल शब्द से अपत्य अर्थ में एयण और ईन प्रत्यय होता है । दौष्कुलेयः, दुष्कुलीनः । प्रयोगवाक्य काश्यपाः शिक्षिताः भवन्ति । सैतेयःलवः पित्रा स दृशः धनुर्विद्यायां प्रवीणः आसीत् । विद्यार्थिषु काणेरस्य किं अभिधानम् ? दासेयस्य सभायां महत्त्वं नासीत् । तव भ्रातृव्याः कियन्तः सन्ति ? मम स्वस्रीयेषु कः प्रथमः जातः ? कुलीनस्य चरित्रं सर्वे अनुकुर्वन्ति । गाग्र्ये प्रसिद्धः को जातः ? विदानां देवी का विद्यते ? रजन्याः श्वशुर्यः महेशः बुद्धिमान् निर्बलश्च अस्ति । भ्रात्रीयाः परस्परं कथं कलहायन्ते ? दाशरथिषु कस्य पूजा जायते साम्प्रतमपि ? गौप्तेया ललिता परीक्षायां उत्तीर्णा जाता वा न ? नाभेयः कोऽस्ति, किं त्वं जानासि ? बाल: रोदिति । भ्रातुः मृत्योः संवादं श्रुत्वासा अरोदत् । मा रुदिहि। बालिका रोदिष्यति। चेत सः परीक्षायामुत्तीर्णोऽभविष्यत् तदा न अरोदिष्यत् । भगिनी रात्रौ कुत्र अस्वपत् ? त्वं कदा स्वप्स्यसि ? पुरा अस्यां नगर्यां एकः बलवान् भूपः अचकात् । संस्कृत में अनुवाद करो सीमा को उसकी मां ने एक रती सोना और एक माशा चांदी दी है। रमेश को चार माशा घी चाहिए। बच्चे के लिए दो तोला दूध पर्याप्त नहीं है। रमा बाजार से एक तोला तैल, आधा सेर दही, और एक सेर मिठाई लायेगी। हमारे घर में महीने में एक मन गेहूं खाने के काम में आता है। सवा दो इंच जमीन के लिए इतना झगडा क्यों करते हो ? यह वस्त्र एक गज का है । रमा की साडी चार हाथ की है। सुजानगढ लाडनूं से कितनी मील दूर है ? तद्धति के प्रत्ययों का प्रयोग करो नगराज के पुत्र अशोक का स्वभाव कैसा है ? शिव के पुत्र गणेश बुद्धिमान् थे। शीला का पुत्र रमेश पढने में तेज है । दासी का पुत्र भी सुंदर है । प्रकाश राजेन्द्र की बहन का पुत्र है। विजय के पांच भतीजे हैं । मनु का पुत्र कौन है ? नाभि के पुत्र ऋषभ इस अवसर्पिणी के प्रथम तीर्थंकर थे। सांप के बच्चों को छोटा मत मानो। धातु का प्रयोग करो सीमा क्यों रोती है ? रात में बालक क्यों रोया ? दुःखद समाचार
SR No.032395
Book TitleVakya Rachna Bodh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahapragna Acharya, Shreechand Muni, Vimal Kuni
PublisherJain Vishva Bharti
Publication Year1990
Total Pages646
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size32 MB
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